जबकि फर्श पर खून के धब्बे होने के चलते अस्पताल में इलाज करवाने आई प्रसुताओं एवं अन्य महिला मरीजों को असुविधाओं को सामना करना पड़ा। वहीं मजबूरी में कई मरीजों के परिजनों को बिखरे खून के धब्बों के आसपास ही बैठकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा।
ऐसे में मरीजों में संक्रमण फैलने की आशंका भी दिखाई दी। कहने को तो अस्पतालों में साफ-सफाई को लेकर अस्पताल प्रशासन की ओर से सख्त आदेश है लेकिन वर्तमान में ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है यहां आने वाले दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के साथ इस तरह का अनुभव तो फिलहाल यही दर्शा रहा है।
गौरतलब है कि अस्पताल में कई जगहों पर सफाई व्यवस्था बिगड़ी हुई है। हाल यह है कि कई कक्ष में बायो वेस्ट के लिए डस्टबीन तक नहीं है। वहीं अस्पताल अधीक्षक एमके आसेरी का कहना है कि सफाईकर्मियों को पाबंद किया जाएगा।