संघ पृष्ठभूमि से रहे हैं शेखावत
सांसद शेखावत छात्र जीवन से ही संघ से जुड़े रहे हैं। शेखावत का जन्म तीन अक्टूबर 1967 को सीकर के मेहरोली गांव में शंकरसिंह शेखावत के घर हुआ। पिता जलदाय विभाग में अधिशाषी अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए। कॉलेज शिक्षा के दौरान शेखावत ने वर्ष 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के टिकट पर जेएनवीयू से छात्रसंघ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की। शेखावत स्वदेशी जागरण मंच व सीमा जन कल्याण समिति से भी जुड़े हैं और साथ ही लंबे समय तक सीमान्त क्षेत्रों में कार्य किया है। वे पहली बार वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में जोधपुर संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रेश कुमारी को हराकर भाजपा से सांसद बने। शेखावत की दो बेटियां सुहासिनी, सुरंगमा शेखावत हैं। इनके एक पुत्र अर्जुनसिंह शेखावत हैं। दर्शनशास्त्र में एमए कर चुके हैं। शेखावत राष्ट्रीय स्तर के डिबेटर भी रहे हैं।
सांसद शेखावत छात्र जीवन से ही संघ से जुड़े रहे हैं। शेखावत का जन्म तीन अक्टूबर 1967 को सीकर के मेहरोली गांव में शंकरसिंह शेखावत के घर हुआ। पिता जलदाय विभाग में अधिशाषी अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए। कॉलेज शिक्षा के दौरान शेखावत ने वर्ष 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के टिकट पर जेएनवीयू से छात्रसंघ अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की। शेखावत स्वदेशी जागरण मंच व सीमा जन कल्याण समिति से भी जुड़े हैं और साथ ही लंबे समय तक सीमान्त क्षेत्रों में कार्य किया है। वे पहली बार वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में जोधपुर संसदीय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रेश कुमारी को हराकर भाजपा से सांसद बने। शेखावत की दो बेटियां सुहासिनी, सुरंगमा शेखावत हैं। इनके एक पुत्र अर्जुनसिंह शेखावत हैं। दर्शनशास्त्र में एमए कर चुके हैं। शेखावत राष्ट्रीय स्तर के डिबेटर भी रहे हैं।
बदले राजनीतिक कयास सांसद शेखावत को संघ की पसंद माना जाता है, वहीं मुख्यमंत्री खेमे के नजदीक नहीं माने जाते हैं। इसके चलते कई बार विरोधाभास की भी चर्चाएं सामने आती रही, लेकिन मोदी के मंत्रिमंडल में उनको जगह मिलने से मारवाड़ की राजनीति के समीकरणों में बदलाव के कयास लगाए जा रहे हैं। अब तक जहां प्रदेश में मारवाड़ सरकार की उपेक्षा का शिकार रहा है। वहीं जोधपुर सांसद हर मंच पर जोधपुर की बात आगे रखते आए हैं। इनमें चाहे जोधपुर एयरपोर्ट के विस्तार का मामला हो अथवा जोधपुर की खानों को शुरू करवाना। इनके अलावा पाक विस्थापितों की नागरिकता और रेलवे सुविधाओं की बढ़ोत्तरी को लेकर प्रयास करते रहे हैं। ऐसे में चर्चा है कि शेखावत के मंत्री बनने से मारवाड़ के विकास को निश्चित रूप से गति मिलेगी।
सरल स्वाभाव से जीत लेते हैं दिल
जमीन से जुड़े सरल सहज स्वाभाव के शेखावत ने सीमावर्ती क्षेत्रों में काफी काम किया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सीमाजन कल्याण समिति से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में भी जमीन से जुड़ कर काम किया। मधुर व्यवहार के चलते वे जोधपुर में काफी लोकप्रिय हैं। एमफिल तक शिक्षित शेखावत तकनीकी प्रेमी होने के साथ विभिन्न विषयों पर अच्छी पकड़ रखते हैं।
जमीन से जुड़े सरल सहज स्वाभाव के शेखावत ने सीमावर्ती क्षेत्रों में काफी काम किया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सीमाजन कल्याण समिति से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में भी जमीन से जुड़ कर काम किया। मधुर व्यवहार के चलते वे जोधपुर में काफी लोकप्रिय हैं। एमफिल तक शिक्षित शेखावत तकनीकी प्रेमी होने के साथ विभिन्न विषयों पर अच्छी पकड़ रखते हैं।
शेखावत बोले- विश्वास पर खरा उतरेंगे
मोदी की टीम में शामिल होने जा रहे सांसद गजेंद्रसिंह शेखावत ने देर रात राजस्थान पत्रिका से फोन पर बातचीत की। उन्होंने नई जिम्मेदारी मिलने पर कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है। वे देश की और सेवा करेंगे। शेखावत ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी उन पर विश्वास जताते हुए एक नई जिम्मेदारी सौंपने जा रहे हैं, वे उस पर खरा उतरेंगे।
मोदी की टीम में शामिल होने जा रहे सांसद गजेंद्रसिंह शेखावत ने देर रात राजस्थान पत्रिका से फोन पर बातचीत की। उन्होंने नई जिम्मेदारी मिलने पर कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है। वे देश की और सेवा करेंगे। शेखावत ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी उन पर विश्वास जताते हुए एक नई जिम्मेदारी सौंपने जा रहे हैं, वे उस पर खरा उतरेंगे।
पिता बोले, कभी नहीं सोचा था कि बेटा मंत्री बनेगा सांसद शेखावत के मंत्री बनने की सूचना पर शेखावत के पिता शंकरसिंह शेखावत ने कहा कि वे बचपन से ही राजनीति में सक्रिय थे और देशसेवा का उनमें जज्बा था, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि वे मंत्री बनेंगे। उन्हें जो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है, वे उसे अच्छे से पूरा करेंगे। बेटी सुहासिनी ने कहा कि मोदी जिस तरह १८ घंटे कार्य करते हैं, उनके पिता भी इसी तरह दिनभर समाज सेवा के कार्य करते हैं। इसलिए वे निश्चित रूप से मोदी की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।