किसी भी बोर्ड के कामकाज का आकलन कई बिन्दुओं से किया जा सकता है। राजस्व वसूली बोर्ड को मजबूती देने के लिए। सफल प्रशासन निर्बाध शहर संचालन के लिए और विकास, जिसके आधार पर सालों तक शहर याद करता है। 15 साल कांग्रेस का बोर्ड रहने के बाद 2014 में भाजपा बोर्ड बना। बदलाव होने के कारण कई उम्मीदें थी। लेकिन यह बोर्ड इस पर शत-प्रतिशत खरा नहीं उतरा। एकमात्र अच्छी बात जिसे बोर्ड गिनाना चाहेगा वह है ‘विवाद रहित’ शासन। लेकिन शहर को कोई बड़ी सौगात नहीं दे पाना भी शायद सालता रहेगा।
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