पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय व यातायात) भुवन भूषण यादव ने दो अलग-अलग आदेश जारी कर चार हेड कांस्टेबल और १८ कांस्टेबल के स्थानान्तरण किए। इनमें झंवर थाने के हेड कांस्टेबल ओमप्रकाश को पुलिस स्टेशन सूरसागर व मुकेश कुमार को यातायात में लगाया गया है। वहीं, कांस्टेबल सोहनलाल को पुलिस स्टेशन मथानिया स्थानान्तरित किया गया है। तीनों को गत दो सितम्बर को गोपाल सिंह के अपहरण व हत्या के मामले में परिजन, ग्रामीण व राजपूत समाज की ओर से लगाए गए आरोपों के तहत थाने से हटाया गया है। जबकि तत्कालीन थानाधिकारी व निरीक्षक शंकरलाल को गत सप्ताह ही हटाकर पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) कार्यालय लगाया गया था। हालांकि गत सोमवार को पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी स्थानान्तरण सूची में निरीक्षक शंकरलाल का तबादला एसओजी में हो गया है।
इस संबंध में पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) समीर कुमार सिंह का कहना है कि स्थानान्तरित होने वाले तीनों सिपाहियों पर आरोप लगे थे। जिनकी जांच चल रही है। इन्हें पुलिस स्टेशन झंवर में काफी समय हो चुका था। इसलिए तीनों का स्थानान्तरण किया गया है।
इस संबंध में पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) समीर कुमार सिंह का कहना है कि स्थानान्तरित होने वाले तीनों सिपाहियों पर आरोप लगे थे। जिनकी जांच चल रही है। इन्हें पुलिस स्टेशन झंवर में काफी समय हो चुका था। इसलिए तीनों का स्थानान्तरण किया गया है।
चार दिन बाद फिर धरने पर बैठे ग्रामीण
प्रकरण में झंवर थाने के पूरे स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर राजपूत समाज, परिजन व ग्रामीण आक्रोशित थे। गत सप्ताह पुलिस अधिकारियों के बाद थाने के बाहर चल रहा धरना स्थागित कर दिया गया था। थाने के पूरे स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई न होने पर गुरुवार को राजपूत समाज के लोग व ग्रामीण दुबारा थाने के बाहर धरने पर बैठे। हालांकि दोपहर बाद सभी निकल गए।
प्रकरण में झंवर थाने के पूरे स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर राजपूत समाज, परिजन व ग्रामीण आक्रोशित थे। गत सप्ताह पुलिस अधिकारियों के बाद थाने के बाहर चल रहा धरना स्थागित कर दिया गया था। थाने के पूरे स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई न होने पर गुरुवार को राजपूत समाज के लोग व ग्रामीण दुबारा थाने के बाहर धरने पर बैठे। हालांकि दोपहर बाद सभी निकल गए।