पहले जमीन अधिग्रहण की लम्बी प्रक्रिया और इसके बाद बिजली-पानी की लाइनें शिफ्ट होने और अतिक्रमण हटाने में समय लगा। हालत यह है कि जनवरी 2019 में शिलान्यास होने के बाद से अब तक करीब 20 प्रतिशत काम हुआ है। पिछले चार माह से बजट नहीं मिलने से काम रुका हुआ है। हालांकि एनएचएआई का दावा है कि तीन-चार दिन में काम शुरू कर दिया जाएगा।
रिंग रोड का पूरा प्लान
पहला चरण – डांगियावास से पाली रोड होते हुए केरू से नागौर रोड तक 75 किलोमीटर लम्बी सडक़ का निर्माण। इस पर छह फ्लाइओवर बनाने हैं। बजट 1150 करोड़ है।
दूसरा चरण – नागौर रोड से डांगियावास तक 26 किलोमीटर सडक़ का एलाइनमेंट सेना की आपत्ति के बाद बदला गया है। इसको धरातल पर आने में काफी समय है।
पहला चरण – डांगियावास से पाली रोड होते हुए केरू से नागौर रोड तक 75 किलोमीटर लम्बी सडक़ का निर्माण। इस पर छह फ्लाइओवर बनाने हैं। बजट 1150 करोड़ है।
दूसरा चरण – नागौर रोड से डांगियावास तक 26 किलोमीटर सडक़ का एलाइनमेंट सेना की आपत्ति के बाद बदला गया है। इसको धरातल पर आने में काफी समय है।
फैक्ट फाइल
– 1150 करोड़ की रिंग रोड।
– 350 करोड़ का काम हो चुका है।
– 800 करोड़ की राशि अभी बैंक से मिलनी बाकी है।
– 20 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है।
– 1 साल पहले हुआ था शिलान्यास।
– 1150 करोड़ की रिंग रोड।
– 350 करोड़ का काम हो चुका है।
– 800 करोड़ की राशि अभी बैंक से मिलनी बाकी है।
– 20 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ है।
– 1 साल पहले हुआ था शिलान्यास।
तीसरी बार रुका काम
– जुलाई 2018 में जमीन अधिग्रहण और बिजली-पानी लाइनें हटाने का काम भी तीन माह के लिए रुका रहा।
– फरवरी 2019 में अतिक्रमण नहीं हटने से भी काम रुका रहा।
– अब तीसरी बार बजट नहीं मिलने से काम शुरू होने के बाद रुक गया है।
– जुलाई 2018 में जमीन अधिग्रहण और बिजली-पानी लाइनें हटाने का काम भी तीन माह के लिए रुका रहा।
– फरवरी 2019 में अतिक्रमण नहीं हटने से भी काम रुका रहा।
– अब तीसरी बार बजट नहीं मिलने से काम शुरू होने के बाद रुक गया है।
इनका कहना है
निर्माण करने वाली कंपनी को बजट नहीं मिलने के कारण काम रुका है। अब तीन-चार दिन में काम शुरू हो जाएगा।
– एस.के मिश्रा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई
निर्माण करने वाली कंपनी को बजट नहीं मिलने के कारण काम रुका है। अब तीन-चार दिन में काम शुरू हो जाएगा।
– एस.के मिश्रा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई