जोधपुर का विश्वविख्यात हैण्डीक्राफ्ट निर्यात उद्योग अब नए स्टार्टअप्स के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गया है। नए स्टार्टअप्स के लिए हैण्डीक्राफ्ट निर्यात उद्योग सबसे आसान एवं बेहतरीन विकल्प बन रहा है। इसी का नतीजा है कि पिछले कुछ समय में ही जोधपुर के इस उद्योग से सैंकड़ों नए स्टार्टअप्स जुड़े है । इन स्टार्टअप्स के नए आइडिया, इनोवेटिव व एक्सक्लूसिव प्रोडक्ट्स से विश्व के ग्राहको में नई पहचान बनी है । जोधपुर के स्टार्टअप अब ऐसे दौर में पहुंच गए है जहां वे सफ लतापूर्वक दुनियाभर के लिए ग्राहकों के लिए हैण्डीक्राफ्ट प्रोडक्ट तैयार कर रहे है और देश को विदेशी मुद्रा अर्जित करवा रहे है । जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट्स उद्योग में पिछले एक वर्ष में करीब 200 से अधिक नए स्टार्टअप जुड़े है । इन स्टार्टअप में से अधिकतर के पास नए एक्सपोर्ट ऑडर भी है । नए स्टार्टअप अपने लिए नए बाजार भी तलाश रहे है । इनमें अधिकतर लेटिन अमरीका, गल्फ प दक्षिण अफ्रीका को टार्गेट कर रहे है । न केवल आइडिया और इम्पेक्ट को लेकर बल्कि इनके युवा फ ाउंडर्स के जज्बे को भी वैश्विक स्तर पर सराहा जा रहा है । सरकार ने देश के उभरते उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए जनवरी में स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान लांच किया था। इसका उद्देश्य टैक्स में छूट देने के साथ इंस्पेक्टर राज मुक्त शासन और पूंजीगत लाभ कर छूट जैसे प्रोत्साहन देना है ।
इन राज्यों में है सबसे ज्यादा स्टार्टअप्स महाराष्ट्र में सबसे अधिक 2787, कर्नाटक में 2107, दिल्ली में 1949, उत्तर प्रदेश में 1201, हरियाणा में 765 और गुजरात में 764 मान्यता प्राप्त स्टार्टअप शामिल है। राजस्थन के जोधपुर में करीब 431 स्टार्टअप है । इनमें से 70 प्रतिशत केवल हैण्डीक्राफ्ट उद्योग में है ।
— हर हाथ को काम जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ भरत दिनेश के अनुसार युवाओं को ट्रेनिंग प्रोग्राम्स व वर्कशॉप्स के जरिए प्रोत्साहित किया है । जिससे सबसे अधिक स्टार्टअप तैयार हुए है । यहां के स्टार्टअप्स व निर्यातक कमजोर-जरूरतमंद लोगों के द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प प्रोडक्ट्स को नया आयाम देकर उन्हें वैश्विक बाजार मुहैया कराने का काम कर रहे है। वरिष्ठ निर्यातकों के सहयोग व मार्गदर्शन से जोधपुर के आसपास आज करीब 6 हजार से अधिक युवा पारंपरिक हैण्डीक्राफ्ट में उच्चतम कौशल अर्जित कर अति लघु उद्यम की सक्रिय इकाई के रूप में काम कर रहे है।
— लंदन में पढ़ाई पूरी करने के बाद मल्टी लेवल कंपनियों से अच्छे पैकेज के जॉब ऑफर हुए। लंदन में जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट (वुडन आयटम्स) की अच्छी डिमाण्ड देखी तो हैण्डीक्राफ्ट में यूनिक करने की सोची और जोधपुर आ गया। अभी काम शुरू किए छह माह ही हुए है, हम अच्छा काम कर रहे है और यूनिक प्रोडक्ट की वजह से हमें अच्छे ऑर्डर भी मिले है।
रक्षित लोढ़ा — हैण्डीक्राफ्ट स्टार्टअप में प्रचुर संभावनाएं है। मैने नए आइडिए से काम किया और लकड़ी, स्टोन व आयरन के साथ यूनिक प्रयोग किए। हमारे प्रोडक्ट्स कई देशों में पसंद किए जा रहे है। बायर्स द्वारा नई डिजाइन को पसंद करने से हमारा भी काम करने का आत्मविश्वास बढ़ा है।
राकेश मंत्री