माचिया पार्क में अभी 24 प्रजातियों के ढाई सौ से ज्यादा वन्यजीव और अन्य जानवर प्राकृतिकवास में रहते हैं। इन्हें देखने रोजाना सैकड़ों की संख्या में दर्शक पहुंचते हैं। इन जीवों की अठखेलियों के साथ इनके नाम भी दर्शकों को खूब आकर्षित करते हैं।
ऐसे हैं वन्यजीवों के अनूठे नाम
हिमालयन भालू के जोड़े का नाम धर्मेंद्र व मीना है। नर भालू धर्मेंद्र व 28 साल की मादा भालू मीना को उदयपुर जंतुआलय से 28 जुलाई 2002 को Jodhpur लाया गया था। ये माचिया पार्क में अठखेलियां करते हैं और जब पता चलता है कि इस जोड़ी का नाम फिल्मी सितारों के नाम पर हैं तो दर्शकों का रोमांच और बढ़ जाता है। इसी तरह पाली जिले के जंगलों से घायल अवस्था में रेस्क्यू कर वर्ष 2018 में जोधपुर लाए गए पैंथरों का नामकरण पाली के प्रसिद्ध गांव कस्बों 'नाणा' व 'बेड़ा' और 'देसूरी' के नाम पर किया गया है।
हिमालयन भालू के जोड़े का नाम धर्मेंद्र व मीना है। नर भालू धर्मेंद्र व 28 साल की मादा भालू मीना को उदयपुर जंतुआलय से 28 जुलाई 2002 को Jodhpur लाया गया था। ये माचिया पार्क में अठखेलियां करते हैं और जब पता चलता है कि इस जोड़ी का नाम फिल्मी सितारों के नाम पर हैं तो दर्शकों का रोमांच और बढ़ जाता है। इसी तरह पाली जिले के जंगलों से घायल अवस्था में रेस्क्यू कर वर्ष 2018 में जोधपुर लाए गए पैंथरों का नामकरण पाली के प्रसिद्ध गांव कस्बों 'नाणा' व 'बेड़ा' और 'देसूरी' के नाम पर किया गया है।
एंथोनी और अंबिका भी जूनागढ़ से लाए गए लॉयन का नाम जीएस और आरटी तो इनकी संतान का नाम रियाज रखा गया। माचिया में सात वर्ष का टाइगर एंथोनी और साढ़े छह वर्षीय बाघिन अंबिका भी है। अंबिका को वर्ष 2018 में कानपुर जंतुआलय से जोधपुर लाया गया था। वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ के कानन पिंडारी जू से लाए गए भालू महेश व जामवंती के नाम भी दर्शकों को खूब आकर्षित करते हैं।