कुदरती नजारे व टिफिन गोठ नववर्ष की पूर्व संध्या पर भीतरी शहर के प्राकृतिक स्थलों पर आयोज्य सामूहिक गोठ में यह नजारा होगा। इस सुनहरे पल को और अधिक यादगार बनाने के लिए कई लोगों ने उपकेश्वर, भूतनाथ, पंथेश्वर, गुंदेश्वर व जबरनाथ जैसे मंदिरों में भी नववर्ष का जश्न मनाने का निर्णय किया है। इन जगहों पर सुबह से ही लोगों का जमघट लगना शुरू हो जाएगा। यहां कई लोग टिफिन गोठ का आनंद लेंगे तो बहुत से लोग हलवाई बुला कर भी पारिवारिक गोठ का आनंद उठाएंगे। लोक रंग के संग खाने का लुत्फ लेने के लिए इन स्थलों पर सुबह से शाम तक लोगों का तांता लगा रहेगा। वहीं परकोटे के बच्चे क्रिकेट व वालीबॉल खेलने का मजा लेंगे तो महिलाएं-पुरुष अंत्याक्षरी, ताश व कैरम जैसे रोचक खेल खेलने का आनंद लेंगे। शाम को लोग स्पेशल डिशेज खाने का भी भरपूर लुत्फ उठाएंगे।
हथाइयों पर होगा अनूठा समां भीतरी शहर में खचाखच भरी रहने वाली हथाइयों पर भी नव वर्ष की शुभकामनाओं की खूब गूंज सुनाई देगी। कई हथाईबाज रात १२ बजे तक अपने यार-दोस्तों को हैप्पी न्यू ईयर कहते हुए नजर आएंगे। इस मौके पर कई लोग सामूहिक रूप से पैसा एकत्र कर हथाइयों पर नववर्ष की पार्टियां भी आयोजित करेंगे।
टीवी देख न्यू ईयर का मजा लेंगे शहर में सादगी से नव वर्ष मनाने वाले लोगों की भी संख्या कम नहीं होगी। नववर्ष की पूर्व संध्या पर लोग गर्मागर्म चाय-कॉफी व पकौड़ों के साथ टीवी पर कार्यक्रम और सीरियल देखने का मजा लेंगे। लोग इस दिन अपने घरों में दाल, आलू व प्याज के गर्मागर्म पकौड़े, गाजर का हलवा, सोगरा खाटा, केर सांगरी और हल्दी की सब्जी आदि नाना प्रकार के लोक व्यंजन बना कर खाएंगे।