जिले में खरीफ की अगेती बुवाई में किसानों का रुझान कपास की बुवाई की ओर ज्यादा रहा। वहीं पछेती बुवाई में किसान अरंडी की बुवाई की तैयारी कर रहे है। गत खरीफ सीजन से ही अरण्डी व कपास के भावों में तेजी, मूंग व बाजरे की समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने तथा अकाल के चलते मूंग की फसल में ज्यादा नुकसान होने से किसानों का रुझान कपास व अरंडी की फसल की ओर दिख रहा है। कृषि विभाग ने भी कपास व अरंडी के बुवाई लक्ष्य में गत वर्ष की अपेक्षा बढ़ोतरी की है।
सिंचित-असिंचित क्षेत्रों में होगी बुवाई
जिले में अच्छे मानसून के आसार को देखते हुए सिंचित व असिंचित क्षेत्र को मिलाकर कुल 13 लाख हैक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई का अनुमान है। जिसमे बाजरा, मूंग, मूंगफली, कपास, ग्वार, मोठ, ज्वार, अरंडी, तिल सहित विभिन्न फसलों की बुवाई होनी है।
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खरीफ फसल बुवाई लक्ष्य, समर्थन मूल्य व बीमा प्रीमियम
फसल– बुवाई लक्ष्य– एमएसपी– प्रीमियम
बाजरा– 4.22— 2350— 363.24
मूंग– 3.00— 7755— 954.18
कपास– 0.75— 6380— 1434.45
मूंगफली– 1.55– 5850— 2262.32
मोठ— 0.90– 00— 418.16
तिल— 0.23– 7830— 546.08
ज्वार— 0.45– 00— 344.02
ग्वार— 1.40– 00— 460.88
अरंडी– 0.25– 00— 1500.00
अन्य— 0.16– —— — ——
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कुल 12.90 —— ——
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( बुवाई लक्ष्य लाख हैक्टेयर में , समर्थन मूल्य रुपए प्रति किंवटल व फसल बीमा प्रीमियम रुपए प्रति हैक्टेयर )
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फसल कटाई के समय के उपलब्ध वायदा भाव
फसल—- वायदा समय— भाव
कपास— अप्रेल 2023—- 8200/क्विंटल रुपए
ग्वार— नवम्बर2022—- 5450/क्विंटल रुपए
अरंडी— नवम्बर 2022—- 7720/क्विंटल रुपए
(वायदा बाजार भाव 1 जुलाई 2022 के बंद अनुसार)
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किसान बुवाई से पूर्व सही व विश्वसनीय बीज का चयन कर बीजों को उपचारित बीज कर बुवाई करें, किसान मानसून की सभावना, तय समर्थन मूल्य, वैश्विक व स्थानीय बाजार में फसल की मांग की भी जानकारी लेकर फसलों की बुवाई करें। फसलों की जोखिम कवर करने के लिए अधिसूचित फसलों का सही बीमा ले।
– जे.आर. भाखर, उप निदेशक, कृषि विस्तार
किसान मिट्टी जांच रिपोर्ट व कृषि विशेषज्ञों की राय के अनुसार बाजार की खाद के साथ कंपोस्ट व देशी खाद का उपयोग करें। फसल बजट बनाकर खेत को विभिन्न प्लॉट में बांट कर अलग-अलग फसलों की बुवाई करें। कीट व रोग के उपचार के लिए समन्वित फसल प्रबंधन प्रणाली का उपयोग करें।
– तुलछाराम सिंवर ,प्रदेश मंत्री, भारतीय किसान संघ