जिले में 2 लाख 65 हजार हैक्टेयर में मूंग, एक लाख हैक्टेयर में मूंगफ ली व 3 लाख 83 हजार हैक्टेयर में बाजरे की बुवाई हुई है जिसका अनुमानित उत्पादन मूंग का 2 लाख 48 हजार मीट्रिक टन, मूंगफ ली का 2 लाख 87 हजार मीट्रिक टन व बाजरे का 5 लाख मीट्रिक टन के लगभग होने का अनुमान है। अगर समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं हो पाती है तो जिले के किसानों को तय समर्थन वाली फ सलें बाजरा, मूंग व मंूगफ ली की फ सल में बाजार भाव से 700 करोड़ से अधिक का नुकसान होने की आशंका है।
समर्थन मूल्य व बाजार मूल्य रुपए प्रति क्ंिवटल व अनुमानित उत्पादन लाख मीट्रिक टन में फ सल — समर्थन मूल्य — बाजार भाव — अनुमानित उत्पादन
मूंगफ ली — 5090 — 4500 — 2.87
मूंग — 7050 — 5500 — 2.48
बाजरा — 2000 — 1700 — 5.00
—
जिले में फ सल बुवाई क्षेत्र (बुवाई हैक्टेयर में)
फसल —- बुवाई बाजरा —- 3.83,000
ज्वार —- 61,000
मूंग —- 2,65,000
मोठ —- 93,000
मूंगफली —- 1,00,000
तिल —- 32,000
अरंडी —- 15,500
कपास —- 60,000
ग्वार —- 1,76,000
अन्य —- 1,65,000
जिले में फ सल बुवाई क्षेत्र (बुवाई हैक्टेयर में)
फसल —- बुवाई बाजरा —- 3.83,000
ज्वार —- 61,000
मूंग —- 2,65,000
मोठ —- 93,000
मूंगफली —- 1,00,000
तिल —- 32,000
अरंडी —- 15,500
कपास —- 60,000
ग्वार —- 1,76,000
अन्य —- 1,65,000
इनका कहना है
समर्थन मूल्य पर खरीद हेतु के लिए न तो पंजीयन शुरू हुए है और न ही खरीद प्रक्रिया शुरू करने के लिए कोई तैयारी है। समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू नही होती है तो किसानों को मजबूरी में कम भाव में फ सलें मंडियों में बेचनी पड़ेगी।
तुलछाराम सिंवर, प्रान्त प्रचार व आंदोलन प्रमुख, भारतीय किसान संघ जोधपुर प्रान्त
समर्थन मूल्य पर खरीद हेतु के लिए न तो पंजीयन शुरू हुए है और न ही खरीद प्रक्रिया शुरू करने के लिए कोई तैयारी है। समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू नही होती है तो किसानों को मजबूरी में कम भाव में फ सलें मंडियों में बेचनी पड़ेगी।
तुलछाराम सिंवर, प्रान्त प्रचार व आंदोलन प्रमुख, भारतीय किसान संघ जोधपुर प्रान्त