25 30 डिग्री सेल्सियस तापमान है जरूरी-
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के प्राणि विज्ञान के सहायक आचार्य डॉ. हेमङ्क्षसह गहलोत का कहना है कि कुरजां पक्षी सामान्यतया 25 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में रहने के अनुकूल है तथा इन दिनों क्षेत्र में दिन का तापमान ज्यादा होने के कारण पक्षियों की संख्या में वृद्धि नहीं हो पा रही है। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में मानसून की बारिश कम होने के कारण पक्षियों की संख्या प्रभावित हो सकती है। साथ ही कम बारिश वाले क्षेत्रों में भोजन की उपलब्धता भी प्रभावित हुई है। वहीं अब तक कुछ जगहों पर पक्षी पंहुचे है तथा कई जगहों पर पक्षियों का इंतजार है। गुजरात में यहां से ज्यादा बारिश के कारण पक्षियों के गुजरात पंहुचने की जानकारियां भी मिल रही है। यहां दिन के तापमान में कमी के साथ ही पक्षियों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है।
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के प्राणि विज्ञान के सहायक आचार्य डॉ. हेमङ्क्षसह गहलोत का कहना है कि कुरजां पक्षी सामान्यतया 25 30 डिग्री सेल्सियस तापमान में रहने के अनुकूल है तथा इन दिनों क्षेत्र में दिन का तापमान ज्यादा होने के कारण पक्षियों की संख्या में वृद्धि नहीं हो पा रही है। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में मानसून की बारिश कम होने के कारण पक्षियों की संख्या प्रभावित हो सकती है। साथ ही कम बारिश वाले क्षेत्रों में भोजन की उपलब्धता भी प्रभावित हुई है। वहीं अब तक कुछ जगहों पर पक्षी पंहुचे है तथा कई जगहों पर पक्षियों का इंतजार है। गुजरात में यहां से ज्यादा बारिश के कारण पक्षियों के गुजरात पंहुचने की जानकारियां भी मिल रही है। यहां दिन के तापमान में कमी के साथ ही पक्षियों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है।