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एम्स में महिला नर्स ने किया आत्मदाह

locationजोधपुरPublished: Jun 30, 2019 12:20:50 am

Submitted by:

Vikas Choudhary

– तीसरी मंजिल पर ऑपरेशन थिएटर के बाहर गैलरी बंद कर लगाई आग- मानसिक अवसाद : बचपन में मां का निधन हो चुका है, भाई मूक-बधिर- कई दिनों से थी आत्महत्या की कोशिश में

Lady nurse burn herself in AIIMS

एम्स में महिला नर्स ने किया आत्मदाह

जोधपुर.
राज्य के एकमात्र एम्स में तीसरी मंजिल पर ऑपरेशन थिएटर के बाहर गैलरी बंद करने के बाद शनिवार रात एक महिला नर्स ने ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलकर आत्मदाह कर लिया। वह साढ़े सात बजे तक ड्यूटी पर थी और इसके बाद उसने गैलरी का दरवाजा बंद कर खुद को आग लगाई। आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस का कहना है कि वह कई दिनों से मानसिक अवसाद में थी। सहकर्मी नर्स से सामने आया कि वह कई दिनों से आत्महत्या करने की बातें कर रही थी।
सहायक पुलिस आयुक्त (पश्चिम) चैनसिंह महेचा के अनुसार मूलत: केरल हाल भगत की कोठी विस्तार योजना निवासी बिज्जी पुनौज (२५) ने आत्मदाह किया है। तीसरी मंजिल पर ऑपरेशन थिएटर के बाहर वार्ड व फिर उससे आगे स्थित बंद गैलरी (बरामदे) में उसका जला शव मिला। उसके साथ प्लास्टिक की एक बोतल भी जली है। उसका ढक्कन कुछ दूरी पर मिला। एेसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि उसने केरोसीन अथवा पेट्रोल उड़ेलकर आत्मदाह किया होगा। इस बारे में परिजनों को सूचित किया गया है। एसीपी महेचा के साथ ही शास्त्रीनगर थानाधिकारी रमेश शर्मा व उप निरीक्षक तुलसी मौके पर पहुंचे। प्रारम्भिक जांच के बाद शव मोर्चरी में रखवाया गया।
डिप्रेशन में आत्महत्या करना चाहती थी
मृतका की सहकर्मी नर्स ने पुलिस को बताया कि बिज्जी मानसिक अवसाद में थी। वह कई दिनों से आत्महत्या करने जैसी बातें कर रही थी। शनिवार को उसने यह कदम उठा लिया।
दो साल से एम्स में थी नर्स
नर्स बिज्जी की मां का निधन बचपन में हो चुका है। भाई मूक-बधिर है जो पिता के साथ गांव में रहता है। बिज्जी खुद एक माह पहले ही गांव से एम्स लौटी थी। अविवाहित बिज्जी गत दो साल से एम्स में नर्स थी। शाम साढ़े सात बजे तक उसकी ड्यूटी थी। शाम को स्टाफ ने उसे घूमते देखा भी था। इसके बाद संभवत: आठ या साढ़े आठ बजे उसने आत्महत्या की है।
इंटरनेट पर ढूंढे थे आत्महत्या के तरीके

ऑपरेशन थिएटर के बाहर स्थित वार्ड में शाम को एक ही मरीज भर्ती था। जिसे शाम करीब साढ़े सात बजे दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद वार्ड खाली हो गया था। पुलिस ने उसका मोबाइल चेक किया तो चौंक गई। बिज्जी ने इंटरनेट पर आत्महत्या करने के तरीके तलाशे थे।
दरवाजा बंद, खिडक़ी खोलकर घुसे अंदर
पुलिस का कहना है कि आत्मदाह किए जाने पर आग की लपटें भूतल तक नजर आने लगी थी। राह चलते व्यक्ति ने लपटें देख एम्स कर्मचारियों को अवगत कराया। एम्स के अग्निरोधी विभाग को सूचना दी। फिर कर्मचारी ऊपर की तरफ दौड़े, जहां कमरा अंदर से बंद मिला। खिडक़ी खोलकर देखा तो अंदर नर्स मृत नजर आई। बाद में पुलिस के पहुंचने पर सभी अंदर दाखिल हुए।
पहचान के लिए मोबाइल पर घंटी की तो लॉकर में बजा
गैलरी में शव पूरी तरह जल चुका था। मृतका की पहचान भी नहीं हो पा रही थी। बिज्जी एम्स में नजर नहीं आई। तब साथ काम करने वाले नर्स में उसके मोबाइल पर घंटी की लॉकर में बजने लगी। लॉकर खोलने पर उसमें बिज्जी के दो मोबाइल मिले। जिसे पुलिस ने कब्जे में लिए हैं। उसके चप्पल भी पास ही मिले। वह नंगे पांव थी। एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए।
कुल पांच आत्महत्या : दो एमबीबीएस व दो नर्सिंग छात्र
– 7 जुलाई 2015 : जयपुर के फुलेरा निवासी एमबीबीएस छात्र गजेन्द्रसिंह (19) ने हॉस्टल रूम में फांसी लगाकर जान दे दी थी। तब गजेन्द्रसिंह ने मेडिकल फील्ड से मुक्ति पाने के लिए सुसाइड करना लिखा था।
– 16 दिसम्बर 2017 : एम्स हॉस्टल में बाड़मेर जिले के बायतु निवासी एमबीबीएस के तृतीय सेमेस्टर के छात्र पाबूलाल (21) ने बालकॉनी से लटककर जान दे दी थी।
– २६ जुलाई २०१८ : अलवर में मुंडावर तहसील में सिंहाली खुर्द निवासी एमबीबीएस की छात्रा रश्मि यादव ने छात्रावास के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने चार दिन पूर्व ही एम्स में प्रवेश लिया था। सुसाइड नोट में एक शिक्षक की डांट से परेशान होकर आत्महत्या करने का उल्लेख था। पिता रामनिवास यादव ने अज्ञात शिक्षक पर शास्त्रीनगर थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया था।
– ९ सितम्बर २०१८ : पंजाब में चण्डीगढ़ निवासी रजनी (२२) पुत्री रोहिताश धनवाल ने एम्स छात्रावास के कमरे में चुन्नी से फंदा लगा आत्महत्या की थी।
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