निदेशालय के परियोजना निदेशक के आदेश अनुसार 2019-20 के माह जुलाई तक की पूर्ण टीकाकरण प्रगति की रिपोर्ट में सामने आया है कि साल 2017-18 जितना भी टारगेट प्रदेश के कई अस्पतालों ने अभी तक पूरा नहीं किया है। ऐसे में स्पष्ट हो रहा है कि स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण की समीक्षा भी ढंग से नहीं करवा पा रहा है। समीक्षा के अभाव में लक्ष्य की प्राप्ति भी नहीं हो रही है। इस संबंध में सभी जिला प्रजनन एवं शिशु रोग अधिकारियों को दस दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
इस मामले में नागौर, झुंझुनूं, अलवर, हनुमानगढ़, सीकर, गंगानगर, जोधपुर, करौली, चुरू, भीलवाड़ा, बाड़मेर, जयपुर प्रथम, पाली, उदयपुर, टोंक, राजसमंद, चितौडगढ़़, अजमेर, कोटा, बूंदी, बारां, सवाई माधोपुर, दौसा, बीकानेर, धौलपुर, जयपुर द्वितीय, झालावाड़, भरतपुर, बांसवाड़ा, प्रतापनगढ़ व जालोर जिले के जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस थमाया गया है।
संभागीय मुख्यालय जिलों का दो साल का तुलनात्मक हाल जिला – दो साल पूर्व – इस साल
जयपुर प्रथम – 25993 – 23797
जयपुर द्वितीय – 14708 – 13698
जोधपुर – 24932 – 21890
अजमेर – 19465 – 17828
उदयपुर – 24173 – 22422
कोटा – 12645 – 11024
बीकानेर – 16119 – 14928
भरतपुर – 18157 – 17646
इनका कहना है 22 जुलाई से एमआर अभियान चल रहा है। अभियान पूर्ण होते ही रूटीन टीकाकरण में तीव्रता आ जाएगी। इसलिए रिपोर्ट नहीं कर पाए। – डॉ. कौशल दवे, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी