मुस्कान से बढ़ जाती है जीवन की खुशियां
जोधपुरPublished: Dec 16, 2019 12:41:05 am
मुस्कान से बढ़ जाती है जीवन की खुशियां
मुस्कान से बढ़ जाती है जीवन की खुशियां
जोधपुर. संत चंद्रप्रभ ने कहा कि जिन्हें जीने की कला आती है उनका जीवन बांस नहीं संगीत पैदा करने वाली बांसुरी बन जाता है। हम रोकर जीते हैं या हंसकर, यह हमारे पर निर्भर है। जो रोकर जीते हैं वे हर दिन मरने की सोचते हैं, पर जो हंसकर जीते हैं वे हर क्षण को प्रभु का प्रसाद मानकर आनंद भाव से जीते हैं। वे रविवार को कायलाना रोड स्थित संबोधि धाम में आयोजित आर्ट ऑफ एंजॉय फु ल लाइफ प्रोग्राम में संबोधित कर रहे थे। जीवन को आनंदपूर्ण तरीके से जीने के लिए जरूरी है कि हम तकरार हटाएं और प्यार बढ़ाएं। गुस्सा करने से बचने की सलाह देते हुए संत ने कहा कि गुस्सा करने से नरक का द्वार खुलता है। गुस्सा आने पर चिल्लाने में जितनी ताकत लगती है उससे 10 गुनी ताकत चुप रहने में लगानी पड़ती है। इससे पूर्व मुनि शांतिप्रिय सागर ने आरोग्य और मस्तिष्क की सुप्त शक्तियों को जागृत करने के लिए पावर योग और प्राणायाम के प्रयोगों का प्रशिक्षण दिया।