उजाड़ उद्यान-यह कायलाना का उद्यान है। पूरा उजाड़ हो चुका है। इसे दुबारा सही करने के लिए किसी के पास भी टाइम नहीं है।
जोधपुर शहर का प्रमुख पर्यटन बदहाली के आंसू बहा रहा है। यह पोल कायलाना के पार्क में लगा है। लेकिन लाइट गायब है।
कहां बैठे हम-कायलाना आने वाले पर्यटकों के लिए कभी बैंचें लगाई गई थी, लेकिन ये अब टूट चुकी है। इसके बाद दुबारा न तो नई बैंचें यहां लगाई गई और न ही इन्हें सही किया गया।
एक दशक से यही हाल: कायलाना के सौन्दर्यकरण के लिए कभी फाउण्टेन भी लगाए थे। लेकिन पिछले एक दशक से अधिक समय हो गया, लेकिन हालात जस के तस ही हैं।
मजाक बना डस्टबीन-यहां एक डस्टबीन भी नजर आएगा। लेकिन इसका पैंदा टूटा हुआ है। ऐसे में इसमें कचरा डालते हैं तो कचरा जमीन पर बिखरा नजर आता है।