गौरतलब है कि गुरुवार शाम को समीपवर्ती बुड़किया, ऊंटवालिया, कनोडिया, चांदसमा आदि गांवों से उड़ता हुआ टिड्डियों का दल दिन ढलते ही जेठानिया की सरहद के खेतों में बैठ गया और रात्रि पड़ाव किया।
इस पर देचू तहसीलदार निरभाराम कोडेचा, सहायक कृषि अधिकारी कंवराराम यादव, पटवारी चेतन पूनिया, सरपंच प्रतिनिधि उत्तमसिंह देवराज, जागरूक किसान दीपाराम व खेतसिंह ने गुरुवार देर रात खेतों में पहुंचकर मौका स्थिति देखी। लम्बे क्षेत्र में था टिड्डी दल का फैलाव
सरपंच बदनकंवर व समाजसेवी उत्तमसिंह ने बताया कि यह टिड्डी दल करीब 5 किमी की लम्बाई व 2 किमी की चौड़ाई में फैला हुआ उड़ रहा था। रात्रि पड़ाव के दौरान दल ने किसानों के सिंचित कृषि इलाकों व खाली खेतों में अपना पड़ाव लिया। इस दौरान पूरे पेड़ टिड्डियों से लदकद रहे। इस दौरान किसानों के खेतों में खड़ी बाजरे की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया। बाजरे के सिट्टों से दानों को पूरी से तरह से चट्ट कर खोखला कर दिया गया।
रात्रि में कृषि विभाग ने भी किए प्रयास सहायक कृषि अधिकारी कंवराराम ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से टिड्डी दल के पड़ाव पर गुरुवार रात जेठानिया में 15 लीटर क्लोरोपाइरीफॉस 20 ईसी दवा किसानों को रात में 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध करवाई गई। रात में किसानों द्वारा इस दवा का स्प्रे करवाया गया।
प्रात: पहुंची टिड्डी चेतावनी संगठन की टीम फलोदी से टिड्डी चेतावनी संगठन के पवन कुमार के नेतृत्व में शुक्रवार प्रात: टीम पहुंची। टीम द्वारा गाडिय़ों में स्प्रे मशीन द्वारा टिड्डी पड़ाव प्रभावित खाली खेतों व वनस्पति पर छिडक़ाव आरम्भ किया गया। चेतावनी संगठन के अनुसार करीब 235 हैक्टेयर में दवा का स्प्रे कर नियत्रंण की कोशिश की गई।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने लिया जायजा जेठानिया में टिड्डी प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने जोधपुर से शुक्रवार को कृषि विभाग के अधिकारी भी पहुंचे। सरपंच प्रतिनिधि उत्तमसिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को खेतों में हुए नुकसान से अवगत करवाया। जोधपुर उप निदेशक कृषि (विस्तार) विरेन्द्रसिंह सोलंकी ने क्षेत्र का दौरा कर टिड्डी प्रभावित इलाकों में समय पर कीटनाशक आदि व्यवस्था बरकरार रखने संबंधी दिशा निर्देश दिए।
सवेरे निकला टिड्डी दल किसानों के जतन व टिड्डी नियत्रंण दल के प्रयासों के बाद टिड्डी दल जेठानिया से उड़ता हुआ वापस बुड़किया व ऊंटवालिया के सरहदी क्षेत्र के खेतों में से गुजरा। गोविन्दपुरा उपसरपंच महेन्द्रसिंह तंवर ने बताया कि दोपहर बाद टिड्डियों का दल गुरुवार को आए अपने रास्ते से पुन: चांदसमा केराजस्व गांव शिवपुरा व आनन्दपुरा होकर जैसलमेर जिले की सीमा की ओर प्रवेश कर गया।