किसानों ने बताया कि सीमा पार से आए टिड्डी दलों ने इन दिनों फलोदी उपखण्ड के रायड़ा व बैंगटी कलां क्षेत्र में जगह-जगह बड़ी संख्या में पड़ाव डाल रखा है। जिससे कृषि फार्मों व खेतों में खड़ी खरीफ की फसलें चौपट होने की आशंका बनी हुई है। किसानों ने कुण्डल, गोपां, बग्गा, मलार रिण आदि आस-पास के सिंचित क्षेत्रों में भी टिड्डी दलों की मौजूदगी की सूचना दी है।
यूं भगाते हैं टिड्डी दलों को भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष नरेश व्यास ने टिड्डी प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद बताया कि इन दिनों बग्गा, गोपा, मयाकोरिया, बावड़ी, जैमला, बैंगटी आदि क्षेत्रों में भारी संख्या में टिड्डी दलों ने डेरा डाल रखा है। जहां किसान थाली व पीपे बजाकर एवं धुआं करके इन दलों को भगा रहे हैं, लेकिन टिड्डी दलों के रात्रि पड़ाव से फसलों में नुकसान होने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने फलोदी क्षेत्र के दौरे पर आए कृषि विभाग के उप निदेशक को ज्ञापन सौंपकर टिड्डी नियंत्रण के कारगर बंदोबस्त सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
टिड्डी नियंत्रण दलों ने सम्हाला मोर्चा टिड्डी चेतावनी संगठन, फलोदी की ओर से बताया गया कि फलोदी उपखण्ड के रायड़ा व बैंगटीकलां क्षेत्र में टिड्डी दलों की मौजूदगी की सूचना पर दोनों स्थानों पर एक-एक टिड्डी नियंत्रण दल तैनात किए गए हैं। जो टिड्डी दलों के सफाए में जुटे हुए है।
कृषि विभाग ने की सहयेाग की अपील इसी बीच कृषि विभाग ने टिड्डी नियंत्रण में किसानों के सहयोग की अपील करते हुए कहा कि टिड्डी नियंत्रण संगठन व कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध संसाधनों से टिड्डी नियंत्रण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने किसानों से अपील की है कि उनके खेत पर टिड्डी दलों के पड़ाव होने पर क्लोरोपाइरिफास 20 प्रतिशत ईसी दो मिलीलीटर दवा प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें।