— कोविड व शुल्क के विरोध में मंडियां बंद रही टेक्स संग्रहण घटने का एक ओर प्रमुख कारण वैश्विक कोरोना महामारी के कारण मंडियों के बंद रहने व कृषक कल्याण शुल्क के रूप में अतिरिक्त मंडी टेक्स लगने के विरोध में लंबे समय तक मंडियां बन्द रहना भी रहा।
— गत 8 माह में मंडोर मंडी टेक्स संग्रहण की गत वर्ष से तुलना (राशि लाख रुपए में) माह — 2019-20 — 2020-21 अप्रेल — 146.75 — 88.07 मई — 137.58 — 101.5
जून — 141.42 — 125.47 जुलाई — 100.32 — 80.84 अगस्त — 94.47 — 67.64 सितम्बर — 95.00 — 63.57 अक्टूबर — 107.93 — 59.97 नवम्बर — 141.72 — 67.15
——————————————- कुल — 965.19 — 654.21 ——————————————– नए कृषि कानून के कारण व्यापार मंडी के बाहर शिफ्ट होना व कोविड महामारी में मांग घटने के कारण इस बार मंडी टेक्स के रूप में कम राजस्व प्राप्त हुआ।
सुरेन्द्रसिंह राठौड़, सचिव राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि उपज मंडी मण्डोर, जोधपुर — सरकार की गलत नीति के कारण मंडी शुल्क का नुकसान हो रहा है। कृषि कल्याण शुल्क के कारण व्यापार मंडी के बाहर शिफ्ट हो रहा है। इसमें सरकार की मंडियों को खत्म करने की मंशा नजर आ रही है।
पुरुषोत्तम मूंदड़ा, अध्यक्ष जोधपुर जीरा मंडी व्यापर संघ —– राजस्थान में सभी प्रदेशों से ज्यादा मंडी टेक्स है, इससे प्रसंस्करण इकाइयों को अन्य प्रदेशों की मंडियों की अपेक्षा कच्चा माल महंगा मिलता है। व्यापार हतोत्साहित होकर पड़ोसी राज्यों में जा रहा है, इससे किसानों को नजदीक में प्रतिस्पर्धा बाजार नहीं मिलता, वहीं प्रदेश सरकार को टेक्स का भी बड़ा नुकसान हो रहा है।
तुलछाराम सिंवर,प्रांत प्रचार प्रमुख भारतीय किसान संघ