पुलिस के अनुसार मानसागर निवासी प्रदीप पुत्र दिनेशचन्द्र दवे ने कोर्ट में पेश इस्तगासे के जरिए बालोतरा निवासी कैलाश पुत्र हरिराम दवे, उसकी पत्नी मीना, मेरठ निवासी अनुदेवी, दीवान, अनिल कुमार, मेरठ का अधिवक्ता मोहम्मद खालिद, राधा, शांति, बॉबी व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। आरोप है कि प्रदीप की शादी कराने के लिए मां संतोष ने अपने भाई प्रवीण कुमार दवे से बात की थी। प्रवीण ने अपने साले की शादी करवाने वाले बालोतरा निवासी कैलाश दवे के बारे में जानकारी दी थी। कैलाश ने दो लाख रुपए में शादी कराने की सहमति जताई थी। उसने प्रदीप के पिता को महिला की फोटो भेजी। जो पसंद आने पर शादी करना तय किया गया था। 14 जुलाई को शादी के लिए मेरठ रवाना हुए थे। जोधपुर रेलवे स्टेशन पर प्रदीप के परिजन ने कैलाश को दो लाख रुपए दिए थे। मेरठ पहुंचने पर अधिवक्ता मोहम्मद खालिद ने कोर्ट में कागज पर हस्ताक्षर कराकर दोनों की शादी अनुदेवी से कराई थी। सभी घरवाले अनुदेवी को लेकर जोधपुर आ गए, जहां वह रोने लगी। उसने खुद के शादीशुदा व दो बच्चों की मां होने की जानकारी दी थी। इस संबंध में कैलाश से बात की तो उसने रुपए लौटाने का भरोसा दिलाया।