scriptतीस साल बाद शहीद की पत्नी को मिलेगा ज़मीन का कब्जा | Martyr's wife will get possession of land after thirty years | Patrika News

तीस साल बाद शहीद की पत्नी को मिलेगा ज़मीन का कब्जा

locationजोधपुरPublished: Jan 18, 2022 05:24:21 pm

Submitted by:

rajesh dixit

हाईकोर्ट ने याचिका निस्तारित करते हुए पाली कलक्टर एवं बाली एसडीओ को दिए निर्देश

तीस साल बाद शहीद की पत्नी को मिलेगा ज़मीन का कब्जा

तीस साल बाद शहीद की पत्नी को मिलेगा ज़मीन का कब्जा

हाईकोर्ट ने याचिका निस्तारित करते हुए पाली कलक्टर एवं बाली एसडीओ को दिए निर्देश

जोधपुर.राजस्थान हाईकोर्ट ने पाली जिले में एक शहीद की पत्नी को ‘वार-विडोÓ के नाते आवंटित ज़मीन का 30 साल बाद भी भौतिक रूप से कब्जा नहीं दिए जाने को गंभीरता से लेते हुए पाली के जिला कलक्टर और बाली के उपखंड अधिकारी को दो महीने में ज़मीन का कब्जा सौंपने के आदेश दिए हैं।
पाली जिले के बाली निवासी शहीद हरीसिंह की पत्नी लहर कंवर ने अपनी ज़मीन के लिए राजस्व अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक गुहार लगाई और प्रतिवेदन दिए, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आखिर शहीद की पत्नी की ओर से अधिवक्ता देवकीनन्दन व्यास हाईकोर्ट में याचिका दायर की। न्यायाधीश दिनेश मेहता की एकल पीठ ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि अगर शहीद की पत्नी को आवंटित भूमि का कब्जा दिलवा पाना संभव नहीं हो तो कोई अन्य उपयुक्त ज़मीन खोजकर लहर कंवर को दी जाए। इस आदेश के साथ हाईकोर्ट ने याचिका निस्तारित कर दी।
लहर कंवर के पति हरीसिंह भारतीय सेना में नायब सूबेदार के पद पर सेवारत थे। 1962 में भारतीय सेना में भर्ती हुए हरीसिंह ने 1965 और 1971-72 के भारत-पाक युद्ध में अदम्य साहस दिखाया। उन्हें रक्षा मेडल, समर सेवा स्टार और संग्राम मेडल जैसे वीरता पुरस्कार प्राप्त हुए। 24 अप्रेल 1983 को फौजी वाहन की दुर्घटना में हरीसिंह का निधन हो गया। लहर कंवर को ‘वार-विडोÓ के नाते 31 मार्च 1991 को पाली जिले के साण्डेराव में 2 हेक्टर कृषि भूमि आवंटित की गई थी, लेकिन ज़मीन का भौतिक कब्जा उन्हें कभी नहीं मिला।
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