२३६५ लिए सैंपल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने गत डेढ़ वर्ष में पानी के २३६५ नमूने लिए। इसमें वर्ष २०१३ में जल के १७५२ नमूने लिए गए। वहीं इसी साल ७ माह में पानी के ६१३ सैंपल लिए गए, जबकि इस साल कम सैंपल लेने के लिए जोधपुर के साथ अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर समेत कई जिलों को विशेष पत्र थमाया गया है। यह नोटिस चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं के ग्रामीण स्वास्थ्य के अतिरिक्त निदेशक डॉ. आदित्य आत्रैय ने जारी किया है।
सामने आए १९२५ हेपेटाइटिस रोगी गत डेढ़ साल में हेपेटाइटिस रोगियों की संख्या में निरंतर इजाफा हुआ हैं। वहीं जलजनित बीमारियों के साथ जोधपुर में हेपेटाइटिस के १९२५ रोगी सामने आए है। जिसमें हेपेटाइटिस बीमारियों के सभी रोगी शामिल हैं। इसके अलावा खराब पानी के कारण कई लोगों को पीलिया भी हुआ, जिन्हें अस्पताल भी भर्ती होना पड़ा। उसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई क्षेत्रों में जल के कम नमूने लेना लापरवाही दर्शाता है।
कई जगह नहीं आता साफ पानी स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों पानी के सैंपल लेने की जिम्मेदारी विभाग में हेल्थ वर्कर और एएनएम को दी गई है। शहर के साथ-साथ ग्रामीणों क्षेत्रों में भी पानी साफ नहीं आ रहा है। रहवासीय इलाकों में कई बार पानी इतना गंदा आता है कि लोगों को बाहर से पानी मंगवाना पड़ता है। जलदाय विभाग की तरफ से भी इन मामलों की कोई सुध नहीं ली जाती है। जगह-जगह लीकेज के कारण भी सीवरेज का पानी लोगों के घरों में सप्लाई हो जाता है। जिसके कारण भी कई लोग पीलिया के शिकार हो जाते हैं।
कई जगह नहीं आता साफ पानी स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों पानी के सैंपल लेने की जिम्मेदारी विभाग में हेल्थ वर्कर और एएनएम को दी गई है। शहर के साथ-साथ ग्रामीणों क्षेत्रों में भी पानी साफ नहीं आ रहा है। रहवासीय इलाकों में कई बार पानी इतना गंदा आता है कि लोगों को बाहर से पानी मंगवाना पड़ता है। जलदाय विभाग की तरफ से भी इन मामलों की कोई सुध नहीं ली जाती है। जगह-जगह लीकेज के कारण भी सीवरेज का पानी लोगों के घरों में सप्लाई हो जाता है। जिसके कारण भी कई लोग पीलिया के शिकार हो जाते हैं।
जांच के लिए लगातार भेज रहे नमूने पानी के सैंपल मंडोर सैटेलाइट स्थित लैब में भेजे जाते हैं, जो मेडिकल कॉलेज के अधीनस्थ है। हमारी ओर से लगातार पानी के नमूने लेकर भेजे जाते हैं। पीलिया रोगी आते ही तुरंत हमारी टीमें क्षेत्र में जाकर दौरा करती है।
डॉ. एसएस चौधरी, सीएमएचओ
डॉ. एसएस चौधरी, सीएमएचओ