दरअसल, २४ नवंबर को जिला प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल की मीटिंग में बिलाड़ा प्रधान सुमित्रा विश्नोई ने अप्रेल २०१६ से रामावि रावर की ढाणी में विद्यार्थियों को मिड डे मील नहीं खिलाए जाने का मुद्दा उठाया था। इस दौरान जिला कलक्टर सुरपुर ने शिक्षाधिकारियों को समुचित जांच के लिए कहा। इसके बाद गत शनिवार को कलक्टर ने जिला अधिकारियों की मीटिंग में मामले जानकारी ली। डीईओ प्रारंभिक प्रथम धर्मेन्द्रकुमार जोशी ने स्वीकार किया कि रावर की ढाणी स्कूल में अप्रेल २०१६ से मिड डे नहीं खिलाया गया। जिला कलक्टर ने तत्काल प्रभाव से प्रधानाचार्य को निलंबित करने के आदेश दिए। इस मीटिंग में एडीईओ शैक्षिक माशि प्रथम अशोक विश्नोई सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
इन १९ माह की अवधि में कन्हैयालाल भार्गव (वर्तमान में राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय खारिया मीठापुर के प्रधानाचार्य) और मदननाथ रावल (वर्तमान में उप जिला शिक्षा अधिकारी शारीरिक शिक्षा) भी इसी स्कूल में प्रधानाध्यापक रहे। जिनको चार्जशीट देने का प्रस्ताव भी विभाग माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को भेज रहा है। यहां प्रधानाध्यापक भार्गव अप्रेल २०१६ से मई २०१६ और उसके बाद प्रधानाध्यापक पद पर रावल लगभग १५ माह तक रहे। इसके बाद प्रधानाध्यापक पद पर दिनेशसिंह चौहान ५ अक्टूबर २०१७ से अब तक कार्यरत रहे। वहीं एक सवाल के जवाब में गुर्जर का कहना था कि प्रथम दृष्टया में लापरवाही के आधार पर प्रधानाध्यापक को निलंबित किया गया है। मिड डे मील क्यों नहीं खिलाया गया, इस पर जांच प्रस्तावित है।