– दिव्यांगों को सकारात्मक ऊर्जा देना ही यात्रा का मिशन जगदीश ने देश के दिव्यांगों को सकारात्मक ऊर्जा देने तथा स्वयं की कमजोरी को ही शक्ति बनाने के मकसद से वर्ष 2013 में मिशन के रूप में अपनी यात्रा की शुरुआत की। जगदीश ने वर्ष 2013 में उत्तर भारत की 2800 और वर्ष 2018 में पूर्वी भारत का 2935 किमी सफ र कर दिव्यांगों को आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया है। यात्रा के दौरान सहायक के रूप में इनके साथ लक्ष्मण कुमार रहते है, जो भी दिव्यांग है तथा पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर है। इनका यह मानना है कि तकलीफ ग्रस्त होकर भी हौंसले के दम पर बड़े कामों को अंजाम दिया जा सकता है ।
– विशेष वाहनों के टोल फ्री की सूचना अंकित करने मे भूमिका जगदीश के प्रयास से ही राष्ट्रीय राजमार्ग के टोल नाकों पर दिव्यांगों के लिए विशेष वाहनों पर टोल मुक्ति की सूचना टोल नाकों पर अंकित करने का निर्णय हुआ। मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन नई दिल्ली ने नवंबर 2018 में फैसला दिया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के देश के सभी टोल नाकों पर दिव्यांगजनों को विशेष वाहनों पर टोल मुक्ति की सूचना टोल नाकों पर लगे डिस्प्ले बोर्ड पर लगाई जाए । जिस पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जनवरी 2019 में इसकी पालना सुनिश्चित करने के आदेश दिए।
– कंपनियों से दिव्यांगों के लिए मानक वाले स्कूटर बनाने की अपील जगदीश ने दुपहिया वाहन निर्माता कंपनियों से अपील है कि वे दिव्यांगों के लिए मानक ट्राई स्कूटर का निर्माण करे, जिससे दिव्यांग लोग लाभान्वित हो सके।
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