शुरुआती स्टेज में पता लग जाए तो सरवाईवल के अवसर बढ़ जाते हैं। मस्तिष्क और गले का कैंसर तंबाकू और अल्कोहल का अधिक सेवन करने से होता है। गले का कैंसर 20 से 25 साल के युवाओं को हो रहा है। गले और मुंह में लगातार छाले रहना इस कैंसर के प्रमुख लक्षण होते हैं। सिर और गर्दन पर होने वाला कैंसर इस क्षेत्र में होने वाली गांठ से फैलता है। तंबाकू के कैंसरकारी प्रभाव के लिए कुछ हद तक अनुवांशिकता भी उत्तरदायी होती है। तंबाकू के साथ अगर एल्कोहल का सेवन किया जाए तो खतरा और बढ़ जाता है।
वहीं वॉयस ऑफ टोबेको विक्टिमस के पैट्रेन व ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस के कैंसर सर्जन डॉ. अमित गोयल ने बताया कि ग्लोबल एडल्ट टॉबेको सर्वे 2017 के अनुसार भारत में बीडी-सिगरेट की लत की तुलना में चबाने वाले तंबाकू की लत के अधिक लोग शिकार हैं। इस सर्वे की रिपोर्ट में पाया गया है कि 21.4 प्रतिशत 15 वर्ष से अधिक धूम्रपान रहित तंबाकू का उपयोग करते हैं, जबकि 10.7 प्रतिशत धूम्रपान करते हैं। जिसका मुख्य कारण 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर है।
दुनिया भर में हैड नेक कैंसर के 5 लाख 50 हजार नए मामले सामने आए हैं। जिनमें से दो लाख लोगों की मौत हो जाती है। वहीं भारत में करीब डेढ़ लाख नए मामले सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं ने 48.8 प्रतिशत लोगों को धूम्रपान छोडऩे की सलाह दी है। इसकी तुलना में केवल 31.7 प्रतिशत लोगों को तंबाकू सेवन न करने की सलाह दी गई है।