संस्था ने गुरु वंदना महोत्सव के अवसर पर देश के चुनिंदा सात कला मनीषियों को भोपाल के मानस भवन सभागार में इस अलंकरण से सम्मानित किया, जिनमें राजस्थान की ये विभूतियां शामिल रहीं। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा मुख्य अतिथि थे। कवि और कथाकार संतोष चौबे ने अध्यक्षता की। वरिष्ठ पत्रकार देवदत्त शर्मा विशिष्ट अतिथि थे। अतिथियों ने उन्हें प्रशस्ति पत्र, श्रीफल, शॉल और वाग्देवी की पीतल की मूर्ति प्रदत्त कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में चित्रकार डॅा. ज्योतिस्वरूप शर्मा ने अतिथियों को स्वर्ण चित्रांकन भेंट किया। संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष एस पी बंसल के अनुसार मधुवन संस्था पिछले 49 वर्षों से एेसी विभूतियों का सम्मान करती रही है, जो गुरु तुल्य, राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित और गुरु शिष्य परंपरा का निर्वाह करते हैं।
जोधपुर के जाने माने चित्रकार डॉ. ज्योतिस्वरूप शर्मा राष्ट्रीय स्तर पर एक जाना पहचाना नाम है। स्वर्ण चित्रांकन और एम्बोस पेन्टिंग में उनका कोई सानी नहीं है। उन्हें मारवाड़ रत्न, राज्य व राष्ट्रीय हस्तशिल्प अवार्ड और महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन के महाराणा सज्जनसिंह अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। शर्मा ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि मैंने पिछले 40-45 बरसों के दौरान गुरु शिष्य परंपरा के माध्यम से युवा पीढ़ी की जो निशुल्क व निस्वार्थ सेवा की है, यह उसी का परिणाम है।