जोधपुर अपणायत का शहर है, यहां पड़ोसी को परिजनों के बराबर दर्जा दिया जाता है। पड़ोसी आपस में एक-दूसरे के सुख-दुख, परेशानी में भागीदार होते है और एक-दूसरे की मदद के लिए हर समय तत्पर रह पड़ोसी धर्म निभाते है। कोरोना काल में पड़ोसियों की भूमिका भी सामने आई है। जब एक परिवार के लोग कोरोना पॉजिटिव आ गए हो और होम आइसोलेशन में रह रहे हो, ऐसे संकट काल में उनके आसपास रहने वाले लोग पड़ोसियों की जरुरत की सामग्री सहित अन्य सहायता देकर पड़ोसी धर्म निभा रहे है। इससे क्षेत्र के लोग पीडि़त नर में नारायण को ढूंढ़ कर उनकी सेवा कर रहे है।
– सब्जी-दवाई से लेकर पहुंचा रहे हर सामग्री चौपासनी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर 12 के निवासी कोरोना की इस मुश्किल घड़ी में अपनत्व की अनोखी मिसाल प्रस्तुत कर रहे है। इस क्षेत्र में कोरोना मरीजों की निरंतर बढ़ती संख्या से होम आइसोलेट परिवारों की संख्या भी बढ़ गई है। इन परिवारों को मुश्किल घड़ी में इनके पड़ोसी सहारा दे रहे है और जरूरत की हर सामग्री मुहैया करवाकर सहयोग कर रहे है। सेक्टर 12 के मकान नम्बर 213 में मयंक सांखला के पॉजिटिव आने पर उनके पड़ोसी दीपक सोनी और जितेंद्र बोहरा ने उनकी हर संभव सहायता की। सोनी व बोहरा अपने पड़ोसी को दवाई, सब्जी सहित अन्य सामग्री उनके घर पहुंचा रहे है। वे उन्हें एहसास ही नहीं होने दे रहे कि उनका परिवार आइसोलेशन में है।
— मोटिवेट करते है कोरोना काल में संक्रमित मरीजों व उनके परिजनों में नकारात्मकता अधिक देखी गई है। ऐसी स्थिति में सोनी अपने पड़ोसी परिवार को हर दो घंटे में फोन कर उनकी कुशलक्षेम पूछ रहे है। साथ ही, उनको सकारात्मक रहने, धार्मिक व मोटिवेशनल किताबें पढऩे तथा नकारात्मकता से दूर रहने व खाना-दवाई समय पर लेने के लिए प्रेरित करते रहे है।
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