वर्तमान में न्यूरो सर्जरी विभाग में दो यूनिटें स्थापित हैँ, जिसमें एक यूनिट हैड विभागाध्यक्ष डॉ. सुनील गर्ग व दूसरी प्रोफेसर डॉ. शरद थानवी के पास हैं। डॉ. गर्ग के पास दो रेजिडेंट और डॉ. थानवी सिर्फ एक रेजिडेंट चिकित्सक के भरोसे गाड़ी चला रहे हैं। जबकि फर्स्ट इयर में दो रेजिडेंट और आए हैं, लेकिन जो भी सरकारी सेवा में होने का कहकर और निदेशालय से परमिशन लेने का कहकर अब तक जोधपुर नहीं आए हैं। ये आते हैं तो भी विभाग में पांच रेजिडेंट हो जाएंगे। जिम्मेदार कहते हैं कि एमसीआइ की ओर से कई बार कमियां सामने आने पर सीटें नहीं बढ़ाई जाती है।गत वर्ष डबल हुई सीटें
एमसीआई निरीक्षण के दौरान न्यूरो सर्जरी विभाग में डॉ. थानवी के विभागाध्यक्ष रहते एक से दो सीटें हुई थीं। जबकि इससे पहले आठ साल तक न्यूरो सर्जरी विभाग महज 1 रेजिडेंट से ही काम चला रहा था। इस मामले में विभागाध्यक्ष डॉ. सुनील गर्ग ने कहा कि उन्होंने पत्र भेजा है, लॉ के अनुसार अब दो का पहला बैच पासआउट होगा, तब पुन: सीटें दो से चार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यभार बिलकुल ज्यादा है। वर्तमान में 6 का स्टाफ है, जिसमें तीन लेक्चरर हैं, दो अर्जेट टेम्परेरी बेसिस पर हैं, एक आरपीएसइ क्लियर हैं।