New film फिल्म 'वाह रे! समाज' सोसाइटी को आईना दिखाएगी
जोधपुर ( jodhpur news current news ) के कलाकारों पर आधारित फिल्म ( take one ) वाहे रे समाज में ब्लूसिटी के कलाकारों ने बहुत अच्छी अदाकारी की है। इसमें दीनानाथ बने पर्यावरणविद रामजी व्यास का डायलॉग 'म्हें थारो बाप हूं, तू म्हारो बाप नहीं है' ...लोगों की जुबान पर है ( New film ) । इसमें जोधपुर के कलाकार सामाजिक संदेश देते हुए नजर आएंगे। इस फिल्म ( movie ) के बारे में पेश है स्पेशल रिपोर्ट ( latest NRI news in hindi ) :
Published: 07 Mar 2020, 11:49 AM IST
एम आई जाहिर / जोधपुर ( jodhpur news current news ) .आम तौर पर बॉलीवुड ( take one )की फिल्में मनोरंजन और बॉक्स ऑफिस पर खूब कमाई करने के लिए ही बनाई जाती हैं। इसके बरअक्स कल्चरल कैपिटल सिटी जोधपुर के कलाकारों ने सोद्देश्य सामाजिक फिल्म बना कर सेल्युलाइड की दुनिया को एक क्रिएटिव मैसेज दिया है। शॉर्ट फिल्म बनाने वाले सनसिटी के रिच प्रोडक्शन के बैनर तले सूरज बोहरा और आनंदराज पुरोहित निर्मित और सुनील पुरोहित निर्देशित फिल्म 'वाह रे! समाज' में ब्लूसिटी के फनकार अदाकारी करते हुए नजर आएंगे। इस फिल्म में सागर बने बागी नायक सुनील और किरण बनी नायिका पूजा के माध्यम से सांस्कृतिक मूल्यों के अवसान, टूटते संयुक्त परिवारों, बेसहारा बुजुर्गों और अनाथ बच्चों की जिंदगी का बड़ा ही खूबसूरती से मार्मिक फिल्मांकन किया गया है।
डायलॉग सभी की जुबान पर
दो घंटे की इस फिल्म के सीन उदयपुर और बाड़मेर में पिक्चराइज किए गए हैं। फिल्म मार्च में रिलीज की जाएगी। इस फिल्म में 2 गाने हैं। एक गाना- खुसर-पुसर एेसी हुई कि फैल गई है रे बात रातोंरात.. आज बड़े बुजुर्गों के साथ छोटे बच्चों की भी जुबान पर है। सुनील पुरोहित 'रिश्ते', 'रिश्ते 2 और 'बचपन' के माध्यम से छोटे पर्दे पर कमाल दिखाने के बाद एक बार फिर से फिल्म वाह रे! समाज के माध्यम से सामाजिक पृष्ठ पर दस्तक देने जा रहे हैं। फिल्म को जोधपुर के ही जाने माने भजन व गजल सम्राट जगदीश हर्ष ने खूबसूरत गीत, संगीत और आवाज से सजाया है। लंबे समय से समय से पर्यावरण के क्षेत्र में सेवाएं दे रहे रामजी व्यास ने जबरदस्त डायलॉग डिलीवरी के साथ सिल्वर स्क्रीन पर धमाकेदार एंट्री की है। सोशल साइट पर लोकप्रिय हो चुका सिद्धांतवादी पिता दीनानाथ के रूप में उनका बुलंद और फौलादी आवाज में दिया गया डायलॉग फिल्म रिलीज होने से पहले ही लोगों की जुबान पर है - म्हें थारो बाप हूं, तू म्हारो बाप नहीं है।
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शॉर्ट फिल्म 'वाह रे! समाज': एक नजर
बैनर - रिच प्रोडक्शन,जोधपुरनिर्माता - सूरज बोहरा व आनंदराज पुरोहित
निर्देशक - सुनील पुरोहित
फिल्म बनना शुरू- 24 अक्टूबर 2019
शूटिंग पूरी हुई- 18 फरवरी 2020
स्क्रिप्ट राइटर-राकेश व्यास
नायक पुत्र- सुनील पुरोहित
नायिका बहू- पूजा बोहरा
चरित्र अभिनेता पिता-रामजी व्यास, पर्यावरणविद
फिल्म देखने लायक
मैंने संयुक्त परिवारों का बिखराव दर्शाया है। परिवार टूटता है तो दुख होता है और जुड़ता है तो खुशियां मिलती हैं।इसमें बताया है कि बेसहारों और अनाथों को कपड़े और चॉकलेट नहीं, परिवार दो। इसमें हीरोइन अनाथ है और हीरो धनवान है। फिल्म में बताया है कि अगर भाई बहन भी साथ जा रहे हैं तो लोग कहते हैं कि कहीं कोई गड़बड़ है। फिल्म देखने लायक है।
-सुनील पुरोहित, निर्देशक व नायक,जोधपुर
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गाना अच्छा बन गया
जब सुनील पुरोहित ने गीत के लिए कहा तो मैंने अपनी मां से बात की और उन्होंने कहा कि अगर कोई लड़का किसी लड़की के साथ कहीं जा रहा है और लोग उसके बारे में पीठ पीछे बात करते हैं तो उसे खुसर पुसर कहते हैं। बस यहीं से गाने की थीम बनी और मैंने उन्हें रात ३ बजे फोन किया और गाना अच्छा बन गया।
-जगदीश हर्ष, गीतकार, संगीतकार और गायक,जोधपुर
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एेसी फिल्मों की बहुत जरूरत
बरसों से पर्यावरण के क्षेत्र में हूं। पहली बार किसी ने रोल निभाने के लिए कहा तो मैंने इसे पूरी शिद्दत के साथ किया। इसमें मैंने एक गुस्से से भरे पिता के रूप में रौबीली आवाज में डायलॉग बोले हैं। यह संस्कारों और सिद्धांतों पर आधारित अच्छी फिल्म बन गई है। आज के जमाने में समाज को संदेश देने वाली एेसी फिल्मों की बहुत जरूरत है।
- रामजी व्यास, पिता दीनानाथ का किरदार निभा रहे अदाकार, जोधपुर
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