जोधपुर में 8215 हेल्थ वर्कर्स प्रिकॉशन डोज शुक्रवार दोपहर तक लगवा चुके हैं। साथ ही 3705 फ्रंटलाइन वर्कर्स प्रिकॉशन डोज लगवा चुके हैं। 21238 बीमार बुजुर्गों को प्रिकॉशन डोज लग चुकी हैं।
आरसीएचओ डॉ. कौशल दवे ने बताया कि सभी हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्कर्स अपनी ड्यूटी जॉब अनुसार प्रिकॉशन डोज लगवा रहे हैं और दूसरा नौ माह कंपलीट होने का नियम भी है। उसी अनुसार डोज का निर्धारण हो रहा है।
आरसीएचओ डॉ. कौशल दवे ने बताया कि सभी हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्कर्स अपनी ड्यूटी जॉब अनुसार प्रिकॉशन डोज लगवा रहे हैं और दूसरा नौ माह कंपलीट होने का नियम भी है। उसी अनुसार डोज का निर्धारण हो रहा है।
इसलिए बुखार की संभावनाएं कम… कोरोना वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज लगवाने के बाद यदि आपको तकलीफ नहीं है तो किसी प्रकार से रेस्ट की जरूरत नहीं है। वैक्सीन जब पहली बार लगती है तो प्रॉब्लम आती है। बूस्टर डोज से प्रॉब्लम नहीं आती। क्योंकि शरीर को टीके की आदत पड़ गई है। पहली बार शरीर रिएक्शन देता है और दूसरी बार कुछ नहीं होता। यदि आपको फिर बुखार आया है तो दो दिन तक रेस्ट कर लें। कई लोग मानते हैं कि वैक्सीन लगाने के कुछ घंटों बाद मृत वायरस से कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी, ये भी धारणा गलत है। क्योंकि वैक्सीन/वायरस खून में गया है गले में कैसे आ सकता है।
– डॉ. नवीन किशोरिया, सीनियर प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज
– डॉ. नवीन किशोरिया, सीनियर प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज