scriptदो कांस्टेबल के हत्याकाण्ड में तस्करों व पुलिस की सांठ-गांठ! | Nexus between smugglers and police in murder of two constables | Patrika News

दो कांस्टेबल के हत्याकाण्ड में तस्करों व पुलिस की सांठ-गांठ!

locationजोधपुरPublished: Apr 19, 2021 12:07:22 am

Submitted by:

Vikas Choudhary

– भीलवाड़ा व जोधपुर पुलिस के कई कांस्टेबल संदेह के दायरे में, तीन कांस्टेबल हिरासत में

दो कांस्टेबल के हत्याकाण्ड में तस्करों व पुलिस की सांठ-गांठ!

दो कांस्टेबल के हत्याकाण्ड में तस्करों व पुलिस की सांठ-गांठ!

जोधपुर.
भीलवाड़ा जिले में गत दिनों नाकाबंदी के दौरान फायरिंग में पुलिस के दो सिपाहियों की हत्या के पीछे मादक पदार्थ तस्कर ही नहीं बल्कि पुलिसकर्मी भी शामिल रहे थे। पुलिस व एसओजी की जांच में भीलवाड़ा और जोधपुर ग्रामीण पुलिस के कई सिपाहियों की भूमिका सामने आई है। तीन सिपाही हिरासत में बताए जाते हैं।
भीलवाड़ा पुलिस में हैं जोधपुर के युवक
हत्याकाण्ड में आरोपियों की धरपकड़ व जांच में भीलवाड़ा पुलिस के कई सिपाहियों की तस्करों से सांठ-गांठ के सुराग मिले हैं। इनमें से एक सिपाही जोधपुर जिले में फींच व दूसरा भोजासर का रहने वाला है। दोनों भीलवाड़ा पुलिस के दो थानों में पदस्थापित बताए जाते हैं। वहीं, देचू थाने में पदस्थापित एक कांस्टेबल की सूचना पर ही मुख्य सूत्रधार सुनील डूडी पकड़ा गया है। तीनों सिपाही पुलिस हिरासत में हैं। कुछ और सिपाही भी एसओजी-एटीएस व पुलिस के रडार पर हैं।
80000 मोबाइल, 40000 उपकरण व 750 कैमरे खंगाले
दो सिपाहियों की हत्या कर फरार तस्कर दो एसयूवी व दो बोलेरो पिकअप में सवार थे। वे मध्यप्रदेश में कदवासा, बेगूं, बिगोद, नंदराय, कोटड़ी, रायला, माण्डलगढ़, लाडपुरा, शंभूगढ़, बदनोर, भीम व ब्यावर होकर भागे थे। घटनास्थल व आस पास के मोबाइल टॉवर से डाटा लिए गए थे। 80 हजार से अधिक मोबाइल नम्बर, 40 हजार से अधिक मोबाइल उपकरण व 750 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए थे। भीलवाड़ा, राजसमन्द, चित्तौडगढ़़, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर व मध्यप्रदेश के दो सौ से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की गई थी। तब सुनील डूडी की भूमिका सामने आई थी। साथ ही अन्य आरोपियों की पहचान हो पाई थी।
एसओजी-एटीएस व आठ जिलों की पुलिस
हत्यारों को पकडऩे के लिए पुलिस के साथ एसओजी-एटीएस ने ताकत लगा रखी है। आइजी अजमेर एस सेंगथिर और एसपी भीलवाड़ा विकास शर्मा के निर्देशन में पुलिस प्रयास में जुटी। तस्करों के जोधपुर व आस-पास के होने का पता लगा तो एडीजी (एसओजी-एटीएस) अशोक राठौड़ जोधपुर पहुंचे थे और आठ जिलों के पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर प्रत्येक आरोपी को पकडऩे के लिए अलग-अलग टीम गठित की थी।
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