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प्रदेश में वर्ष 2010 से अब तक साढ़े चार लाख किसानों ने कृषि कनेक्शन के लिए आवेदन डिस्कॉम ने किया। हर साल किसान आस लगाता है कि उसे कनेक्शन मिल जाएगा, लेकिन एेसा नहीं होता। गत वर्ष सरकार ने 28 फरवरी 2010 तक आवेदकों को कृषि कनेक्शन जारी करने के आदेश दिए थे, इसमें 40 हजार कनेक्शन के आदेश हुए। इसके बावजूद 4 लाख किसान अब भी कतार में है। जिन चालीस हजार किसानों को कनेक्शन के आदेश मिले, वे भी अभी तक जोड़े नहीं गए हैं।
READ MORE: जोधपुर में किसानों के साथ लडऩे पहुंची कांग्रेस की रैली के बाद हुआ ये हाल पानी बिना बेरोजगार कृषि कनेक्शन के बिना किसान अपनी फसलें सींच नहीं पा रहे हैं। कुओं में पानी होने के बावजूद ये किसान बेरोजगार है। किसानों का कहना है कि उन्हें समय पर कनेक्शन मिल जाए तो बड़ा रोजगार लाखों परिवारों को मिला जाएगा, लेकिन सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है। अकेले जोधपुर जिले में 2300 कनेक्शन डिमाण्ड जारी होने के बावजूद पेंडिंग चल रहे हैं।
डिस्कॉम के पास नहीं संसाधन कृषि कनेक्शन का काम किस कदर धीमी चाल से चल रहा है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि गत वर्ष बजट में जिन कनेक्शन की घोषणा हुई, उनके डिमाण्ड एक वर्ष बाद जारी किए गए। अब डिस्कॉम के पास इन कनेक्शन को जोडऩे के लिए पर्याप्त ट्रांसफार्मर व अन्य संसाधन नहीं हंै। इसके चलते कनेक्शन में लगातार देरी हो रही है। जबकि किसान खुद ये सामान अपने साधन से खेतों तक ले जाने के लिए तैयार है।
READ MORE: जोधपुर में यहां पहली बार हुई खजूर की बंपर पैदावार, आप भी लें इसका स्वाद चल रहा है काम कृषि कनेक्शन जारी करने का काम क्रमवार चल रहा है। फरवरी 2010 तक के कनेक्शन जारी कर दिए गए हैं। यह काम प्रमुखता से किया जा रहा है। किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है।
– श्रीमत पाण्डेय, चेयरमैन, डिस्कॉम।