टैंकर से ऑक्सीजन खाली करने के उपकरण नहीं थे, भामाशाह ने हाथों हाथ उपलब्ध करवाए
जोधपुरPublished: May 16, 2021 06:09:54 pm
शहर के अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई जामनगर, भिवाड़ी और मंूदड़ा से हो रही है। टैंकर में पहुंचने वाली इस ऑक्सीजन को डीकेंटिग यानि खाली करने के लिए उपकरण ही समय पर उपलब्ध नहीं हुए। पहली बार टैंकर से ऑक्सीजन टैंकर के जरिये आई थी और जेडीए अधिकारियों के हाथ में व्यवस्था थी। ऐसे में अधिकारियों ने भामाशाह व जय भारत फाउंडेशन के नरेश सुराणा से सम्पर्क किया।
टैंकर से ऑक्सीजन खाली करने के उपकरण नहीं थे, भामाशाह ने हाथों हाथ उपलब्ध करवाए
जोधपुर।
शहर के अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई जामनगर, भिवाड़ी और मंूदड़ा से हो रही है। टैंकर में पहुंचने वाली इस ऑक्सीजन को डीकेंटिग यानि खाली करने के लिए उपकरण ही समय पर उपलब्ध नहीं हुए। पहली बार टैंकर से ऑक्सीजन टैंकर के जरिये आई थी और जेडीए अधिकारियों के हाथ में व्यवस्था थी। ऐसे में अधिकारियों ने भामाशाह व जय भारत फाउंडेशन के नरेश सुराणा से सम्पर्क किया। इस पर तकनीकी उपकरण एस.एस कपलर, एमएस कपलर और एसएस पाइप जैसे तकनीकी उपकरण व औजार उपलब्ध करवाए। इससे समय पर ऑक्सीजन टैंकर खाली हो पाए। जेडीए सचिव हरभान मीणा व नगर निगम आयुक्त रोहिताश्व तोमर को इन उपकरणों के भुगतान की राशि सौंपी गई।
गौरतलब है कि सुराणा इसके साथ ही कोरोना कर्मवीरों को मास्क व सेनिटाइजर वितरण करने के साथ ही अन्य सेवाओं में भी जुटे हुए हैं। जय भारत फाउंडेशन के बैनर तले सुराणा ने एक साल के कोरोना काल में ही रेलवे पटरियों के किनारे 500 से अधिक पेड़ों को लगाकर प्राकृतिक ऑक्सीजन बैंक भी बनाया है।