विवि के राधाकृष्ण सभागाार में हुए वर्चुअल कार्यक्रम में जेएनवीयू के कुलपति प्रो केएल श्रीवास्तव और ताइवान यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट प्रो हन चाई चा की उपस्थिति में एमओयू किया गया। सांयकालीन अध्ययन संस्थान के निदेशक प्रो कृष्ण अवतार गोयल ने बताया कि एमओयू से कल्चरल एक्सचेंज होगा। विद्यार्थियों का तकनीकी विकास होगा। यहां के शिक्षक ताइवान जाकर शोध कर सकेंगे। अब तक ये समस्या आती थी कि ताइवान में पार्टनर ढूंढना मुश्किल होता था। आने वाले दिनों में ड्यूल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत यहां के छात्र कुछ सेमेस्टर ताइवान में पढ़ सकेंगे और वहां के छात्र कुछ सेमेस्टर यहां पढ़ सकेंगे।
एमओयू से शिक्षकों व विद्यार्थियों को यह होगा फायदा
- नेशनल डोंग हो यूनिवर्सिटी और सांयकालीन अध्ययन संस्थान के मध्य एमओयू के तहत स्टूडेंट्सू एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत दोनो संस्थानों के विद्यार्थी एक निर्धारित समय के लिए अध्ययन के लिए जा सकेंगे।
- इससे समाज विज्ञान के क्षेत्र में अध्ययन किया जा सकेगा। विशेष रूप से वाणिज्य एवं प्रबंध अध्ययन, अर्थशास्त्र, समाज शास्त्र, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, इतिहास, भूगोल, विधि, अन्तरराष्ट्रीय संबंध, संस्कृतिक अध्ययन एवं बौद्ध विषय जुड़े पाठ्यक्रमों में अध्ययन होगा।
- हाल ही में भारत सरकार और ताइवान सरकार के मध्य एक समझौता पत्र हस्ताक्षर करके समाज विज्ञान के क्षेत्र में काम करने पर सहमति जताई थी।
- नेशनल डोंग हो यूनिवर्सिटी और सांयकालीन अध्ययन संस्थान के मध्य एमओयू के तहत स्टूडेंट्सू एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत दोनो संस्थानों के विद्यार्थी एक निर्धारित समय के लिए अध्ययन के लिए जा सकेंगे।
- इससे समाज विज्ञान के क्षेत्र में अध्ययन किया जा सकेगा। विशेष रूप से वाणिज्य एवं प्रबंध अध्ययन, अर्थशास्त्र, समाज शास्त्र, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, इतिहास, भूगोल, विधि, अन्तरराष्ट्रीय संबंध, संस्कृतिक अध्ययन एवं बौद्ध विषय जुड़े पाठ्यक्रमों में अध्ययन होगा।
- हाल ही में भारत सरकार और ताइवान सरकार के मध्य एक समझौता पत्र हस्ताक्षर करके समाज विज्ञान के क्षेत्र में काम करने पर सहमति जताई थी।