नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर एक इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट मोड है, जिसमें एक खाते से दूसरे खाते में पैसों का लेनदेन किया जाता है। इंटरनेट बैंकिंग के जरिए इस सुविधा का लाभ मिलता है। डाकघर बचत खाता ग्राहकों के लिए ब्रांच अथवा पीओ के लिए केवल एक आईएफएससी नंबर होगा।
क्या है एनईएफटी और आरटीजीएस
एनईएफटी और आरटीजीएस के जरिए एक खाते से किसी भी खाते में इलेक्ट्रॉनिकली फंड ट्रांसफर होता है। यह पैसा ट्रांसफर करने की तेज प्रक्रिया है। एनईएफटी में पैसा ट्रांसफर करने की लिमिट नहीं होती, जबकि आरटीजीएस में एक बार में कम से कम दो लाख रुपये भेजने होते हैं। आरटीजीएस में एनईएफटी के मुकाबले पैसा जल्दी पहुंच जाता है। यह सुविधा 24 घण्टे उपलब्ध रहती है।
एनईएफटी और आरटीजीएस के जरिए एक खाते से किसी भी खाते में इलेक्ट्रॉनिकली फंड ट्रांसफर होता है। यह पैसा ट्रांसफर करने की तेज प्रक्रिया है। एनईएफटी में पैसा ट्रांसफर करने की लिमिट नहीं होती, जबकि आरटीजीएस में एक बार में कम से कम दो लाख रुपये भेजने होते हैं। आरटीजीएस में एनईएफटी के मुकाबले पैसा जल्दी पहुंच जाता है। यह सुविधा 24 घण्टे उपलब्ध रहती है।
फण्ड ट्रांसफर का देना होगा चार्ज
दस हजार रुपये तक की एनईएफटी के लिए खाताधारकों को 2.50 रुपये व जीएसटी देना होगा। दस हजार से एक लाख रुपये तक के लिए यह चार्ज बढ़कर पांच रुपए व जीएसटी होगा। इसके अलावा एक लाख से दो लाख रुपये तक के लिए 15 रुपये व जीएसटी और 2 लाख से अधिक की रकम के लिए 25 रुपये व जीएसटी देना होगा।
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एनईएफटी और आरटीजीएस सुविधा शुरू होने से डाकघर के बचत खाताधारक अपने खाते का इस्तेमाल बैंक खाते की तरह कर सकेंगे।
सचिन किशोर, पोस्टमास्टर जनरल, राजस्थान डाक परिमण्डल पश्चिमी क्षेत्र
दस हजार रुपये तक की एनईएफटी के लिए खाताधारकों को 2.50 रुपये व जीएसटी देना होगा। दस हजार से एक लाख रुपये तक के लिए यह चार्ज बढ़कर पांच रुपए व जीएसटी होगा। इसके अलावा एक लाख से दो लाख रुपये तक के लिए 15 रुपये व जीएसटी और 2 लाख से अधिक की रकम के लिए 25 रुपये व जीएसटी देना होगा।
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एनईएफटी और आरटीजीएस सुविधा शुरू होने से डाकघर के बचत खाताधारक अपने खाते का इस्तेमाल बैंक खाते की तरह कर सकेंगे।
सचिन किशोर, पोस्टमास्टर जनरल, राजस्थान डाक परिमण्डल पश्चिमी क्षेत्र