भाजपा के दिग्गज
घनश्याम ओझा : महापौर ओझा का वार्ड 11 है। अब यह 19 व 20 वार्ड में विभक्त हो गया है। अब 19 में ओबीसी व 20 में सामान्य महिला आरक्षण आया है। ओझा का निवास वार्ड संख्या 16 में है। यहां भी सामान्य महिला आरक्षण है।
देवेन्द्र सालेचा : उप महापौर सालेचा वार्ड 23 से पार्षद है। इस बार उनका वार्ड 39 हो गया है। यह सामान्य श्रेणी में ही आया है। ऐसे में पार्षद की उम्मीदें कायम है। मेघराज लोहिया – पूर्व राजसिको अध्यक्ष लोहिया वार्ड संख्या 10 से पार्षद है। अब उनका वार्ड 33 हो गया है। यह वार्ड इस बार भी सामान्य ही रहेगा।
राजेन्द्र गहलोत – भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष गहलोत वर्तमान में वार्ड संख्या 63 से पार्षद है। इस बार बातचीत में पार्षद दौड़ से बाहर रहने की बात कही। कांग्रेस के दिग्गज राजेन्द्र सोलंकी – निगम में नेता प्रतिपक्ष सोलंकी का वर्तमान वार्ड 54 है। वह पुनर्सीमांकन के बाद 80 व 81 में विभक्त हो गया है। 80 तो एससी महिला के लिए आरक्षित है वहीं 81 सामान्य ही रहेगा।
गणपतसिंह चौहान – निगम में उप नेता प्रतिपक्ष चौहान का वर्तमान में वार्ड 28 है। अब पुनर्सीमांकन के बाद 48 नम्बर वार्ड है। यह वार्ड अब ओबीसी महिला हो चुका है। वे नेता जो सालों से सक्रिय रहे हैं निगम की राजनीति में
ओमकार वर्मा : अब तक तीन बार जीत चुके हैं। पहले वार्ड संख्या 24 था अब 40 हो गया है। यह वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित हो गया है। सुनील व्यास : अब तक तीन बार जीते हैं। 34 नम्बर वार्ड से पार्षद है। अब यह वार्ड 54 हो गया है। आरक्षण लॉटरी में यह ओबीसी श्रेणी में आया है।
छोटू खां : ये भी तीसरी बार पार्षद है। वार्ड 45 से पार्षद है। अब इनका वार्ड 71 हो गया है। इस बार यह वार्ड सामान्य ही रहेगा। अब्दुल करीम : वर्तमान में वार्ड संख्या 50 से पार्षद है। तीसरी बार जीते हैं। अब इनका वार्ड 74 हो गया है। अब सामान्य महिला के नाम से आरक्षित है।
भंवर कंवर : 20 साल से ज्यादा समय से पार्षद की राजनीति में सक्रिय है। पहले वार्ड 56 था अब 83 हो गया है। यह सामान्य ही रहेगा। लेकिन महिला आरक्षण के लिहाज से वार्ड बदल सकती है।
अरमलाल वर्गी : दो दशक से ज्यादा वक्त से शहरी सरकार की राजनीति में सक्रिय है। वार्ड संख्या 22 से पार्षद है। अब यह वार्ड 38 हो गया, उनका निवास वार्ड 35 में आता है। दोनों ही वार्ड सामान्य महिला के नाम से आरक्षित हैं।