अब : आखलिया सर्किल से जालोरी गेट, सोजती गेट, पावटा होते हुए कृषि मंडी सर्किल तक प्रस्तावित एलिवेटेड रोड की लम्बाई संशोधित प्लान के अनुसार 9 किलोमीटर में होगी।
डीपीआर सकारात्मक आती है और राज्य सरकार इसे हरी झंडी देती है तो यह प्रदेश की सबसे लम्बी एलिवेटेड रोड होगी। जयपुर में सोडाला से अम्बेडकर सर्किल तक निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड 2.8 किमी और अजमेर में निर्माणाधीन मार्टिण्डक ब्रिज की लंबाई 2.7 किलोमीटर लम्बाई है। देश में सबसे लम्बी एलिवेटेड रोड गाजियाबाद में 10.5 किलोमीटर लम्बी है।
पहला प्लान: अगस्त 2019 में 12 लाख रुपए खर्च कर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने की टैंडर प्रक्रिया शुरू हुई।
दूसरा प्लान: एक माह के भीतर ही सितम्बर में टैंडर प्रक्रिया को निरस्त कर 2.5 करोड़ रुपए में 6.5 किलोमीटर एलिवेटेड रोड की डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
तीसरा प्लान- अब पुरानी प्रक्रिया रद्द कर 2.5 करोड़ के बजट में ही 9 किलोमीटर एलिवेटेड रोड की डीपीआर बनाई जाएगी।
राज्य सरकार के निर्देश पर एलिवेटेड रोड की लम्बाई बढ़ाई गई है। अब 9 किलोमीटर एलिवेटेड रोड की डीपीआर के लिए टैंडर प्रक्रिया अपना रहे हैं।
संदीप माथुर, अधिशासी अभियंता (आरओबी), जेडीए