पौष्टिक भोजन की ओर बढ़ रहे लोग : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने मिलेट्स के महत्व पर भी चर्चा की और बताया कि लोग पौष्टिक भोजन की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्राकृतिक खेती के लाभों और जैविक खाद्य की बढ़ती मांग पर भी चर्चा की। वैज्ञानिकों ने बताया कि वह प्रधानमंत्री मोदी के सुझाव के अनुसार अप्रयुक्त फसलों को मुख्यधारा में लाने के लिए काम कर रहे हैं। जारी की गई 109 किस्मों में से 61 फसलों की हैं, जिसमें 34 खेती और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी विश्वविद्यालय की ओर से विकसित राजगीरा की किस्में आरएमए 4 व आरएमए 7 चिह्नित की गई थी। कृषि अनुसंधान केंद्र मंडोर, कृषि विश्वविद्यालय के परियोजना अधिकारी व सह आचार्य डॉ. मिथिलेश कुमार ने बताया कि 2 अगस्त को सेंट्रल सब कमिटी आन क्रॉप स्टैण्डर्ड नोटिफिकेशन एंड वैरायटी रिलीज फॉर एग्रीकल्चर क्रॉप्स की 92 वीं मीटिंग नई दिल्ली में हुई, जिसमें
जोधपुर कृषि विश्वविद्यालय की जोधपुर राजगीरा-1 व जोधपुर राजगीरा-2 किस्मों को विमोचित किया गया था। इसमें से जोधपुर राजगीरा-2 को राष्ट्र को समर्पित किस्मों में शामिल किया गया है। इस किस्म को उपयोग में लेने से कुपोषण में कमी के साथ ये किसानों की आय बढ़ाने में भी बहुत लाभदायक है।
पोषण से भरपूर है किस्म
- 13 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर औसत उपज।
- 8.33 प्रतिशत तेल।
- 4.72 प्रतिशत लायसिन।
- 12.7 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा।
विश्वविद्यालय का अभूतपूर्व योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राष्ट्र को समर्पित फसलों की किस्म में कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर की ओर से विकसित किस्म जोधपुर राजगीरा -2 भी शामिल है। सुपर फूड की उच्च पोषण युक्त किस्मों को विकसित करने में विश्वविद्यालय का अभूतपूर्व योगदान रहा है, साथ ही किसानों के लिए भी फायदेमंद है।
- डॉ अरुण कुमार, कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर