दरअसल, बीमा करवाने के नाम पर ऑन लाइन आवेदन कर लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में मूलत: झुंझुनूं हाल सीकर में कोतवाली निवासी जावेद इकबाल को एएसआई ने गत 15 मार्च को गिरफ्तार किया था। अदालत ने 16 मार्च को उसे दो दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए। इस बीच, जयपुर कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिस निरीक्षक, एटीएस में कांस्टेबल शुक्रवार रात जावेद से मिलने महामंदिर थाने आए। निरीक्षक व आरोपी जावेद मौसेरे भाई हैं।
READ MORE: भाजपा ने भी चलाए रखा कांग्रेस की तरह मनमानी का ढर्रा, इस रिपोर्ट में है सारा कच्चा चिठ्ठा
इसके बाद निरीक्षक ने एएसआई से कथित तौर पर कहा कि वह मामले के पुराने जांच अधिकारी से मिल गए हैं। कांस्टेबल ने धमकाया कि वह एटीएस में है और उसके मोबाइल नम्बर एसीबी में देकर ट्रैप करवा देगा। नौकरी कैसे की जाती है, वह उसे बताएगा। साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने एसआई हासम खां को ट्रैप करवा दिया। तुम्हारी तो बात ही क्या है। फिर दोनों ने आरोपी के पक्ष में कार्य करने को भी धमकाया।निरीक्षक ने यह भी कहा कि उन्होंने उसे न तो बैठने के लिए कहा और न ही चाय पिलाई। भविष्य में वह उसका अधिकारी लग सकता है।
READ MORE: इंसानी गिरफ्त में खौफनाक पैंथर भी था सहमा हुआ, आजाद होने पर यूं जताई खुशी, देखें वीडियो ‘पुलिस निरीक्षक व कांस्टेबल थाने आए और जावेद की गिरफ्तारी के मामले में ट्रैप करवाने को धमकाया। थानाधिकारी को अवगत करवाकर रोजनामचे में रपट डाली गई है।’ -जगदीश प्रसाद, एएसआई पुलिस स्टेशन महामंदिर।