जोधपुर की नई पीढ़ी में लगातार Commerce विषय के प्रति क्रेज कम होता जा रहा है। इसकी वजह विज्ञान में चमचमाता कॅरियर है। दसवीं पास करते ही अधिकतर विद्यार्थी साइंस मैथ्स या साइंस बायोलॉजी का चयन करते हैं। इसके विपरीत विज्ञान विषय से आधे विद्यार्थी वाणिज्य का चयन कर रहे हैं। अब तक जोधपुर को वाणिज्य का गढ़ माना जाता रहा है। उधर, शिक्षा विभाग के अधिकांश सरकारी स्कूलों में वाणिज्य व्याख्याताओं का टोटा चल रहा है।
छात्राओं ने लहराया परचम
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से सोमवार को विज्ञान वर्ग व वाणिज्य वर्ग के घोषित परिणाम में जोधपुर जिले के छात्र-छात्राओं ने एक बार फिर अपनी सफलता का परचम फहराया। इस बार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय मेरिट घोषित नहीं की गई। इसके बावजूद सफलतम रिजल्ट में हमारा जोधपुर अग्रणीय रहा । जोधपुर विज्ञान वर्ग का रिजल्ट 89.56 प्रतिशत तक पहुंचा है। जोधपुर में वाणिज्य वर्ग में परिणाम 89 .35 प्रतिशत रहा है। इस वर्ष पिछले साल की तुलना में दोनों का रिजल्ट घटा है। वाणिज्य व विज्ञान वर्ग के जारी परिणाम में एक बार फिर से बेटियां रिजल्ट प्रतिशत में आगे रही है।सवाईमाधोपुर – 97.87 श्रींगंगानगर – 96.84 चूरू – 95.74 करौली – 95.15 झालावाड़ – 95.09 भरतपुर – 94.93
सीकर – 90
चूरू – 89.99
जोधपुर – 89.56
झुंझुनंू – 89.33 (नोट: इन आंकड़ों में थोड़ा अंतर हो सकता है।)