जोधपुर

राजस्थान के अस्पतालों ने नहीं दिखाई प्रसवोत्तर आइयूसीडी योजना में रुचि, प्रसूता और नर्सेज ही नहीं हुए प्रेरित

जच्चा-बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए राज्य सरकार की ओर से चलाई गई प्रसवोत्तर आइयूसीडी योजना (दो संतान के बीच अंतराल के लिए प्रसूताओं को कॉपर टी लगाना) में प्रदेश के एक भी अस्पताल ने रुचि नहीं दिखाई।

जोधपुरJul 23, 2019 / 04:19 pm

Abhishek Bissa

राजस्थान के अस्पतालों ने नहीं दिखाई प्रसवोत्तर आइयूसीडी योजना में रुचि, प्रसूता और नर्सेज ही नहीं हुए प्रेरित

जोधपुर. जच्चा-बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य के लिए राज्य सरकार की ओर से चलाई गई प्रसवोत्तर आइयूसीडी योजना (दो संतान के बीच अंतराल के लिए प्रसूताओं को कॉपर टी लगाना) में प्रदेश के एक भी अस्पताल ने रुचि नहीं दिखाई। अप्रेल से जून तक की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 5 सौ से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 2 हजार से अधिक डिलीवरी हुई, लेकिन एक भी प्रसूता को प्रसवोत्तर आइयूसीडी योजना के लिए प्रेरित नहीं किया गया। कुछ जिलों ने महज 15 फीसदी कार्य किया। जबकि इस कार्य के लिए सरकार डॉक्टरों और संबंधित नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण देती है, साथ ही प्रसूता व मेडिकल स्टाफ को डेढ़-डेढ़ सौ रुपए का मानदेय भी मिलता है।
प्रसव के 48 घंटे के भीतर कॉपर टी

अस्पताल में प्रसव के 48 घंटे के भीतर प्रसूता को कॉपर टी लगाई जाती है। इसके बाद पीरीयड के पांचवें दिन कॉपर टी लगाने का प्रावधान होता है, लेकिन ये कार्य भी अस्पताल में नहीं कराए जा रहे हैं। महिलाएं ये कॉपर टी प्रसव के पांच साल बाद या पहले भी चिकित्सक से संपर्क कर हटवा भी सकती हैं। योजना का मकसद प्रसूताओं को जल्दी मां बनने से रोकना है। कॉपर टी लगाने के लिए प्रसूता की सहमति लेनी होती है। लेकिन कई प्रसूताएं सहमति नहीं देती, कइयों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से योजना की जानकारी नहीं दी जाती।
जोधपुर में ये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नहीं कर रहे कार्य

जोधपुर जिले में केतूकलां, चंपासर, हतुंडी, खांगटा, बाला, कापरड़ा, खेजड़ी कलां, बापिणी, भीकमकौर, चेराई, मतोड़ा, पल्ली, पंचला खुर्द, पंडित जी की ढाणी, चेराई, देणोक, जालोड़ा, खारा, लोर्डियां, चांदसमा स्वास्थ्य केन्द्रों में अप्रेल से जून माह के मध्य 362 डिलीवरी हुई। लेकिन एक भी महिला को कॉपर टी लगाने के लिए प्रेरित नहीं किया गया।
संभागीय मुख्यालय के हाल

जिला – प्रसव हुए -पीपीआयूसीडी प्रगति

जयपुर – 68 – 0
जोधपुर – 362 – 0
अजमेर – 154 – 0
बीकानेर – 124 – 0
कोटा – 18 – 0
उदयपुर – 319 – 0
(संभागीय मुख्यालय के कुछ जिलों के स्वास्थ्य केन्द्रों की जारी रिपोर्ट हैं।)

इनका कहना है…

‘कई जगह स्टाफ ट्रेंड नहीं है। कोई स्टाफ ट्रेंड है तो उसका स्थानांतरण हो चुका है। इस संबंध में लिस्ट बनाएंगे, ताकि कार्य सुचारू चले।
– रामनिवास सेंवर, अतिरिक्त सीएमएचओ, स्वास्थ्य विभाग
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