देश में बाघ परियोजना की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिकादेश मे वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर (बाघ परियोजना ) लांच करने वाले जोधपुर निवासी पद्मश्री डॉ कैलाश चन्द सांखला ने देश में वर्ष 1973 में बाघ परियोजना की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। स्मृति वन के लिए प्रस्तावित क्षेत्र वनखण्ड बेरीगंगा के अधीन है। यह क्षेत्र रक्षित वन के वैधानिक अस्तित्व को धारण करता है । मुख्य वन संरक्षक जोधपुर व जेडीए के अधिकारी क्षेत्र का अवलोकन कर चुके है।
यह होगा निर्माण स्मृति वन के लिए लगभग 200 हेक्टेयर वनक्षेत्र को कवर करना प्रस्तावित है। वनक्षेत्र में वृक्षारोपण , नेचर पाथ, प्रकृति उद्यान ग्रेडोनी , चैकडेम , साइक्लिंग पाथ, तालाब सौंदर्यकरण , केटलगार्ड हट , जलग्रहण संरचनाएं एवं अन्य प्रकार के वानिकी विकास कार्य होंगे। योजना का क्रियान्वयन जोधपुर विकास प्राधिकरण के माध्यम से किया जाएगा। प्रथम चरण में प्रस्तावित स्थल से प्रोसोपिस ज्यूलीफलोरा ( विलायती बबूल ) को जड़ सहित हटाया जाएगा।
वर्किंग एजेन्सी जेडीएवनभूमि पर योजना क्रियान्वयन के लिए वर्किंग एजेन्सी जेडीए है और इस वित्तीय वर्ष में राशि रु 200 लाख मिल चुके है जिसे हमने जेडीए को ट्रांसफर किया गया है। चार दिवारी निर्माण के लिए जेडीए की ओर से वर्क ऑर्डर दे दिया गया है।
रमेश कुमार मालपानी, उपवन संरक्षक जोधपुर