बाळक रांधै बाखळा, अंतस करै अरदास। बरसै कांठळ बादळी, मुरधर मेटण त्रास।। इसमें उन्होंने बच्चों ने अनाज को पकाकर हृदय से इन्द्रदेव से बरसात की कामना करने के साथ ही काले घने बादलों के बरसने से मरुभूमि की प्यास के बुझाने का भी भाव व्यक्त किया है। बेलवा खत्रिया गांव की पहाड़ी पर अनाज पकाते हुए बच्चे।
यहां श्वानों को खिलाए लड्डू शेरगढ़ क्षेत्र में कस्बे में काफी समय से वर्षा न होने से चिन्तित ग्रामीणों ने शनिवार को जन सहयोग से लड्डू बना कर श्वानों को खिलाए। ऐसी मान्यता है कि इन्द्रदेव के रूठने से वर्षा नही होती है। इसी परम्परा को लेकर ग्रामीणों ने जन सहयोग रुपए इकत्रित कर बीस किलो घी के लड्डू बनाकर श्वानों को खिलाए तथा अच्छी वर्षा की कामना की गई। सामाजिक कार्यकर्ता भैरूलाल खत्री, चैनाराम गोयल, भवरलाल दहिया, रेशमराम, नकताराम भालू, देवीलाल सोनी, बिहारीलाल मोदी सहयोगी रहे।