जोधपुर

इन्द्रेव को मनाने के जतन, कहीं चढ़ाए बाखळे तो कहीं श्वानों को खिलाए लड्डू

अच्छी बरसात के लिए ग्रामीणों क्षेत्रों में इंद्र को मनाने को कहीं बाखळे चढ़ाए जा रहे हैं तो कही श्वानों को लड्डू खिला रहे।

जोधपुरJul 21, 2019 / 09:55 am

pawan pareek

इन्द्रेव को मनाने के जतन, कहीं चढ़ाए बाखळे तो कहीं श्वानों को खिलाए लड्डू

बेलवा (जोधपुर) . क्षेत्र में छाए काले घने बादलों के बीच कई गांवों में मूसलाधार बरसात हुई। हालांकि बेलवा सहित आसपास के गांवों में बरसात नहीं होने से किसान मायूस रहे। आसमान में बादलों की आवाजाही के बीच बच्चों ने इन्द्रदेव से अच्छी बारिश की कामना को लेकर घरों से अनाज लाकर गांव की ऊंची पहाड़ी पर पकाया। इसके बाद चारों दिशाओं में अनाज को चढ़ाकर मेहबाबा से बरसात की कामना की। राजस्थानी कवि मदनसिंह राठौड़ सोलंकियातला ने अपनी पंक्तियों में लिखा…
 

बाळक रांधै बाखळा, अंतस करै अरदास।

बरसै कांठळ बादळी, मुरधर मेटण त्रास।।

 

इसमें उन्होंने बच्चों ने अनाज को पकाकर हृदय से इन्द्रदेव से बरसात की कामना करने के साथ ही काले घने बादलों के बरसने से मरुभूमि की प्यास के बुझाने का भी भाव व्यक्त किया है। बेलवा खत्रिया गांव की पहाड़ी पर अनाज पकाते हुए बच्चे।
 

 

यहां श्वानों को खिलाए लड्डू

शेरगढ़ क्षेत्र में कस्बे में काफी समय से वर्षा न होने से चिन्तित ग्रामीणों ने शनिवार को जन सहयोग से लड्डू बना कर श्वानों को खिलाए। ऐसी मान्यता है कि इन्द्रदेव के रूठने से वर्षा नही होती है। इसी परम्परा को लेकर ग्रामीणों ने जन सहयोग रुपए इकत्रित कर बीस किलो घी के लड्डू बनाकर श्वानों को खिलाए तथा अच्छी वर्षा की कामना की गई। सामाजिक कार्यकर्ता भैरूलाल खत्री, चैनाराम गोयल, भवरलाल दहिया, रेशमराम, नकताराम भालू, देवीलाल सोनी, बिहारीलाल मोदी सहयोगी रहे।

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