इस घटना की वजह से लिया गया ये फैसला
आपको बता दें कि साल 2016 में केरल के ही एक मंदिर में पटाखे जलाने के दौरान हादसा हो गया था, जिसमें 114 लोगों की मौत हो गई थी। सरकार का कहना है कि इसी घटना को ध्यान में रखते हुए ये फैसला सुनाया गया है। मंदिर परिसर में पटाखों की वजह से हुई घटना 20 अप्रैल 2016 की है। इस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को लोगों की भीड़ मंदिर में एकत्रित हुई।
मामले में हुई थी 41 गिरफ्तारियां
मंदिर अधिकारियों ने अगले साल से सालाना महोत्सव दोबारा से शुरू करने की योजना बनाई है। इस दिन हुई भारी आतिशबाजी में करीब 350 लोग घायल हो गए थे। विस्फोट और उड़ते हुए मलबे के कारण 150 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा था। इस संबंध में मुरलीधरन ने कहा कि इस मामले में कुल 41 लोग गिरफ्तार हुए थे, जिसमें मंदिर के अधिकारी भी शामिल हैं। फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं।