मीटिंग में पीडब्ल्यूडी को सभी अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों ने जर्जर छतों व दीवारों की मरम्मत कराने की मांग की। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने इसके बाद अस्पतालों में जायजा भी लिया। जिला सैटेलाइट अस्पतालों में भी पीडब्ल्यूडी के अधिकारी जाएंगे। मरम्मत बजट की मांग को लेकर राज्य सरकार को प्रस्ताव भी भेजने का निर्णय लिया गया। वहीं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने यूजी हॉस्टल में जर्जर छतों को बल्लियों का सहारा दिया है। कई जगह छोटा-बड़ा सुरक्षा के लिहाज से दीवार खड़ी कर निर्माण किया है। इस मीटिंग में डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एसएस राठौड़ के साथ महात्मा गांधी, एमडीएम, उम्मेद, पावटा, महिला बाग जिला अस्पताल, मंडोर, चौपासनी व प्रतापनगर सैटेलाइट अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। उल्लेखनीय हैं कि राजस्थान पत्रिका ने अपने पेज संख्या ४ पर ‘बारिश में अस्पताल भी पड़ जाते हैं बीमार ’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद दोनों ही विभागों के अधिकारियों ने मीटिंग की।