जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा के मुख्य आतिथ्य में सुप्रसिद्ध कव्वाल शौकत अन्दाज और उनकी पार्टी ने ख़ुदा की हम्दो सना में कलाम सुना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने सूफ ी कलाम और कव्वालियां प्रस्तुत करते हुए श्रोताओं से बार-बार दाद पाई। शौकत अंदाज ने श्रोताओं की फरमाइश पर गजल भी पेश की। गुऱबत में भी जमीर का सौदा नहीं किया, मैंने किसी अमीर को सज्दा नहीं किया, तुझ से मिलकर मैं यह सोचता हूं, तू ही दिल का सहारा बनेगा, क्या खबर थी कि तेरे शहर में मेरा तमाशा बनेगा … और हजरत अमीर ख़ुसरो का पसंदीदा कलाम छाप तिलक सब छीनी तो से नैना मिलाय के.. पेश कर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर किया। संगीतप्रेमियों ने जमकर संगीत और कव्वालियों का लुत्फ उठाया। सूफियाना बंदिशों में कव्वालों में महफिल को संगीत के अनूठे सफर पर चलने पर मजबूर कर दिया।
ये थे संगतकार
तबले पर मोईन खान, ऑक टोपैड पर ताहिर हुुसैन, ढोलक पर तालिब हुसैन व जावेद हुसैन, बैंजो पर इमामुद्दीन, हारमोनियम पर अनवर अजमेरी व कोरस में बुन्दू भाई, नदीम अन्दाज, अख्तर, कलीम अन्दाज, शाहरुख व आदिल अन्दाज ने संगत की।
आज होगा नाटक का प्रदर्शन
स्थापना दिवस के दूसरे दिन शुक्रवार 12 जनवरी को जयुपर के निर्देशक असलम कुरैशी निर्देशित नाटक लो कर लो बात का शाम 7.30 बजे मंचन किया जाएगा।