अकादमी के सचिव अनिल कुमार जैन ने बताया कि शाम 7 बजे से शुरू होने वाले लोक संगीत संध्या कार्यक्रम में प्रथम दिन 29 मार्च को भूंगड़े खान का लोक गायन, उत्तराखंड का तांडी नृत्य, हरियाणा का फाग, किशनगढ़ का चिरमी, हिमाचल का सिरमौरी, डांडिया, बंगाल का रायबेशी व मथुरा का मयूर नृत्य होंगे।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावाहिक फेम अभिनेता शैलेश लोढ़ा सोमवार को आईएनआईएफडी कैंपस में शिक्षकों व स्टूडेंट्स से रूबरू हुए। लोढ़ा ने स्टूडेंट्स से अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि कैसे वह अभिनय, लेखन और कॉमेडी जैसे कई पेशों में आए। इस दौरान उन्होंने जोधपुर में बिताए समय को याद करते हुए अपने कुछ बचपन के किस्से भी सुनाए। स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब देते हुए लोढ़ा ने छात्रों को अपने लक्ष्यों की दिशा में स्मार्ट तरीके से काम करने के लिए निर्देशित किया और उज्जवल भविष्य की मनोकामना की। इस अवसर पर आईएनआईएफडी निदेशक नवीन मोहनोत ने जोधपुरी साफा पहना कर शैलेश लोढ़ा का सम्मान किया।
राजस्थान स्थापना दिवस पर जोधपुर के जयनारायण व्यास टाउन हॉल में 2 दिवसीय लोक संगीत संध्या समारोह का आयोजन 29 मार्च से किया जाएगा। जिला प्रशासन, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, पर्यटन विभाग, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला के सयुंक्त तत्वावधान में राज्य सहित देश के अन्य प्रदेशों के लोक कलाकार भी लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे।