उल्लेखनीय है कि पूर्व में अपने स्वास्थ्य को लेकर आसाराम ने अपनी सुनवाई को जल्दी करवाने के लिए आवेदन किया था। इसमें उसने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था। जिसको लेकर समय-समय पर उसकी सुनवाई की जा रही थी लेकिन सोमवार को हाईकोर्ट के इस आदेश से आसाराम को एक बार फिर से झटका लगा है।
आपको बता दें कि आसाराम सामान्यत: विवादों से जुड़े रहे हैं। उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनके खिलाफ दायर याचिकाओं में आसाराम के आश्रम द्वारा अतिक्रमणए 2012 दिल्ली दुष्कर्म पर उनकी टिप्पणी एवं 2013 में नाबालिग लडक़ी का कथित यौन शोषण शामिल हैं। उन पर लगे आरोपों की आंच उनके बेटे नारायण साईं तक भी पहुंची और हाल ही में उसे दोषी करार दिया गया। न्यायालय ने आसाराम को नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म का आरोपी माना और उम्रकैद की सजा सुनाई। जिसके बाद आसाराम जोधपुर जेल की सलाखों के पीछे कैद हैं।