वॉलीबॉल में केके मॉडर्न स्कूल का धमाल जोधपुर में चल रहे पाई स्कूल ओलंपिक के अंतिम दिन वॉलीबॉल के फाइनल मुकाबले शुरू हो गए हैं। सीनियर छात्र वर्ग का फाइनल मुकाबला केके मॉर्डन स्कूल और वंदना पब्लिक स्कूल के बीच खेला गया। इस फाइनल मुकाबले में केके मॉडल स्कूल ने वंदना पब्लिक स्कूल को 3-0 से हराकर स्वर्ण पर कब्जा जमाया। वहीं फुटबॉल के फाइनल्स भी शुरू हो चुके हैं।
कबड्डी में दिख रहा दमखम
जोधपुर में चल रहे पाई स्कूल ओलंपिक के अंतिम दिन छात्र वर्ग में सीनियर और जूनियर कबड्डी के फाइनल मुकाबले खेले जा रहे हैं। सीनियर छात्र वर्ग में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मथानिया और सुप्रभात स्कूल जालेली नायला के बीच फाइनल मुकाबला चल रहा है। वही जूनियर वर्ग में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मथानिया की टीम केएमएमपी डांगियावास से भिड़ रही है।
जोश व उत्साह के साथ सेमीफाइनल से फाइनल में पहुंची कई टीमें ‘खेल हमें एकाग्रता ही नहीं, बल्कि अनुशासित बनने तथा उचित समय पर सटिक निर्णय लेने की क्षमता भी सिखाता है।’ किशोर से युवा बन रहे नन्हें खिलाड़ी भी इस योग्यता में पारंगत बनते दिखाई दे रहे हैं। जोधपुर के स्कूली बच्चों में इस योग्यता को देखना है तो पाई स्कूल ऑलम्पिक से बड़ा कोई मौका नहीं है। गोशाला मैदान में चले रहे पाई ऑलम्पिक में जिलेभर की १६५ से अधिक स्कूलों के छात्र-छात्रा विभिन्न खेलों में जीत के झंडे गाड़ रहे हैं। सुबह से शाम तक यहां हूटिंग एवं जोशीले नारों से मेले सा माहौल बना है। बच्चों के खेल का रोमांच देखने के लिए खेलप्र्रेमियों का हुजूम भी उमड़ रहा है।
जोधपुर के खेल इतिहास में पाई स्कूल ऑलम्पिक की शानदार पहल ने हजारों विद्यार्थियों को अनूठा तोहफा दिया है। इसमें भाग लेने के लिए ७००० से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। स्पद्र्धा के खेलने के दौरान टॉस जीतना हो या प्रतिद्वंद्वी टीम से पॉइंट जीतना हो, इन नन्हों की क्षमता का कोई सानी नहीं है। खेल के मैचों के दौरान चंद सैकंड में ये निर्णय भी ले रहे हैं। बीते चार दिन के लीग व नॉक आउट मैंचों ने खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन किया है। हारने वाली टीमों का प्रदर्शन भी किसी तरह से कम नहीं है। जो टीमें हारी, उनमें भी ऐसे कई खिलाड़ी उभर कर सामने आए, जिनका प्रदर्शन उन्हें बड़े मुकाम की तरफ लेकर जाएगा। पहली बार इतने बड़े जलसे के साथ आयोजन को लेकर खेल प्रशिक्षक भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। खेल प्रशिक्षकों का कहना है कि जोधपुर में यह पहल नया इतिहास बनकर उभरेगी।