मदद के लिए प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन को फोन लगाया लेकिन उनके फोन बंद आ रहे हैं। बिजली नहीं होने के कारण सभी के मोबाइल भी बंद हैं। केवल एक मोबाइल चल रहा है। इसीसे उन्होंने राजस्थान में रहने वाले परिजन को फोन कर प्रशासन से मदद मांगने के लिए कहा है। इसी पर उनकी आखिरी उम्मीद टिकी है। नागौर, सीकर के राजू सिंह, प्रताप सिंह, रामचंद्र, गोपाल सिंह, ओमाराम, लक्ष्मण, मनीष जाखड, राजू , नंदलाल, मनोज, अजय, चुनीलाल, राजन, सज्जन, विनोद और जोधपुर के निंबा निबंडी में रहने वाले प्रदीप बाढ़ में फंसे हुए हैं।
१५ में से १० युवक पड़े बीमार
केरल के एरनेकुलम में चटाई बनाने का काम करने वाले राजस्थान के १५ युवा बाढ़ में फंस गए। लगातर हो रही बारिश के कारण १५ में से १० युवक बीमार हो गए हैं, बुधवार को राशन खत्म होने के बाद युवकों ने केले के पत्ते खाकर गुजारा कर रहे हैं। तीन मंजिला इमारत की पहली मंजिल में पानी भरने के बाद युवकों ने छत पर जाकर जान बचाई। युवकों की परिजनों से आखिरी बात गुरुवार देर रात को हुई, उस दौरान उन्होंने बताया कि बारिश नहीं थमने के कारण पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है।